देश जिसके लोग ज्यादा जीते है – अब प्रदूषण इतना बढ़ गया है कि लोगों की औसत आयु कम होने लगी है. भारत में भी इसका असर साफ़ देखने को मिलता है.
जो लोग पहले ज्यादा जीवित रहते थे अब उनकी पीढ़ी जल्दी ही ख़त्म हो जाती है. इसका एक मात्र कारण है ग्लोबल वार्मिंग. असल में जैसे जैसे आधुनिकता बढ़ रही है और नए नए आविष्कार हो रहे हैं, ठीक वैसे ही अब पर्यावरण प्रदूषित हो रहा है.
इसका असर लोगों की हेल्थ पर पड़ रहा है. लोगों को सांस की समस्या जैसी और भी कई परेशानी होती है, जिससे वो जल्दी मर जाते हैं. लेकिन एक देश आज भी ऐसा है जहाँ के लोग बहुत ही स्वस्थ रहते हैं. उसका असर उनकी हेल्थ पर पड़ता है और वो ज्यादा समय तक जीवित रहते हैं.
देश जिसके लोग ज्यादा जीते है – जापान दुनिया का एक ऐसा देश है जहाँ पर आपको मोटे लोग भी मुश्किल से नज़र आएँगे. इसका सबसे बड़ा कारण है कि यहाँ के लोग अपने स्वास्थ्य के साथ ही पर्यावरण का भी पूरा ध्यान रखते हैं. प्रकृति को कोई नुक्सान नहीं पहुंचाते, यही कारण है कि वो ज्यादा स्वस्थ और लम्बे समय तक जीवित रहते है.
जापान को गुड़ियों का देश कहा जाता है.
ये सच है, क्योंकि वहां की लड़कियां ही नहीं बल्कि लड़के भी बहुत ही खूबसूरत और फिट रहते हैं. जापानी दुनिया में सबसे ज्यादा स्वस्थ रहते हैं. हेल्थ-फिटनेस और औसत आयु में जापानी दुनिया में नंबर एक हैं. japan देश जिसके लोग ज्यादा जीते है. जापान के पुरुष सबसे ज्यादा जिंदा रहते हैं.
औसत आयु है 83 साल. उसके बाद सिंगापुर, स्विटजरलैंड, स्पेन, इटली, ऑस्ट्रेलिया और कनाडा का स्थान आता है. इसका मतलब ये हुआ कि जापान के लोग बाकी दुनिया से ज्यादा दुनिया देखेंगे. उनकी पीढ़ी कल को दुनिय अपर राज़ कर सकती है.
सिर्फ पुरुषों ही नहीं, बल्कि जापान की महिलाओं की औसत आयु भी बाकी देशों की तुलना में आगे हैं.
महिलाओं की औसत आयु में भी जापान शीर्ष पर है. उसके बाद दक्षिण कोरिया, स्पेन और सिंगापुर का स्थान आता है. बेहतरीन स्वास्थ्य सुविधा के कारण ही जापान में बुजुर्गों की संख्या अधिक है. जापान की आबादी में 21 फीसदी आबादी उन लोगों की है, जो 65 साल या इससे अधिक है.
जापान दुनिया का इकलौता देश है जहाँ पर बूढों की संख्या अधिक है. इसका ये हुआ कि यहाँ पर सबकी मौत प्राकृत रूप से होती है.
बाकी देशों में लोग कम जीते हैं, क्योंकि उन्हें कई तरह की बीमारियाँ कैद कर लेती हैं. बहुत कम होते हैं जो ६० साल तक जीवित रहते हैं, लेकिन जापान के लोग अपनी कई पीढ़ियों को अपनी आँखों से देखते हैं. लोगों को स्वस्थ रखें के पीछे वहां की सरकार ने बहुत काम किया है. 1961 से हेल्थ इंश्योरेंस सिस्टम लागू है. यह सभी के लिए अनिवार्य है. हर व्यक्ति को बीमारियों की जांच कराना अनिवार्य है. इससे अनेक बीमारियों की मुफ्त जांच हो जाती है. अन्य गंभीर बीमारियों की जांच के लिए सरकार सब्सिडी देती है. इस तरह की सुविधा बड़े बड़े देशों में नहीं है. भारत में तो बिलकुल भी नहीं.
जापान देश जिसके लोग ज्यादा जीते है – दुनिया के देशों का तो पता नहीं, लेकिन भारत को अपने यहाँ के लोगों के लिए ऐसा कुछ लॉन्च करना चाहिए, जिससे लोग प्रारंभिक जांच मुफ्त करा सकें और स्वस्थ रहें.