आजम खान और योगी आदित्यनाथ, दोनों आजकल सुर्ख़ियों में छाए रहते हैं.
योग को लेकर जो बहस आज सारे हिन्दुस्तान में छाई हुई है, वह बिलकुल बेबुनियाद और घटिया है.
भला अच्छे खासे चल रहे देश पर धर्म के नाम पर, न जाने कुछ कोग क्यों निशाना साधते रहते हैं. और इस बार बहस का कारण तो योगा बना हुआ है. क्यों बना हुआ है पता नहीं!
कुछ हिंदू अतिवादियों और कुछ मुस्लिम अतिवादियों के खयालात नहीं मिलते और वे अचानक से पूरे के पूरे धर्म के ठेकेदार बन जाते हैं. लेकिन कुछ लोग हैं जिनकी वजह से ऐसे मसले हल हो जाते हैं और ऐसे ही कुछ लोग हैं आजम खान के रामपुर में रहनेवाले मुस्लिम नागरिक.
कल के दिन रामपुर में रहनेवाले कुछ मुस्लिम पुरुषों ने और महिलाओं ने मिलकर योग किया. महिलाओं का कमाल का समर्थन देखने को मिला. महिलाएं बुर्के में सूर्य नमस्कार करते हुए दिखीं. इन लोगों का कहना है कि योग तो एक तरह का व्यायाम है और इसे जाती और धर्म के नाम पर बांटना समझदारी नहीं है.
शायद ये आजम खान के मुह पर एक तमाचा है और शायद आजम खान इसके विरुद्ध में कुछ बोलें भी.
उन्होंने कहा था कि “हिन्दुस्तान के लोग भूखे पेट सो रहे हैं और सरकार एक्सरसाइज की बात करती है, पहले उनके पेट में कुछ तो हो, तब तो वे एक्सरसाइज के बारे में सोचेंगे. अंतराष्ट्रीय योग दिवस पर उन्होंने ये तक कह डाला था कि योग को ज़बरन किसी पर नहीं थोपा जाना चाहिए.
तो भैय्या आजम खान!
देख लिया क्या हुआ?
अब बताइये कि आप क्या करोगे?