अनहेल्दी और असंतुलित खाना – अंग्रेज़ों ने भारत को इतना गरीब बना दिया है कि आज भारतीयों के पास दो वक्त की रोटी खाने तक के पैसे नहीं हैं। सभी जानते हैं कि भारत के हर हिस्से में भूखमरी फैली हुई है और आज भी लोग भूख की वजह से मर रहे हैं।
कभी सोने की चिडिया कहलाने वाले भारत के पास आज अनाज की कमी हो गई है।
हाल ही में हुए एक अध्ययन में भी यह बात सामने आई है कि 50 प्रतिशत भारतीय खासतौर पर महिलाएं अपनी सेहत का ध्यान नहीं रखती हैं और अनहेल्दी और असंतुलित खाना लेती हैं। हैल्दी लाइफ के लिए जिन चीज़ों की जरूरत होती है 50 प्रतिशत लोग अपने भोजन में उन्हें शामिल नहीं करते हैं। इन चीज़ों में ताजे फल, हरी सब्जियां, दाल, दूध, डेयरी प्रॉडक्ट्स और मीट आदि शामिल है।
स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा करवाए गए इस सर्वे की मानें तों पूरे देश में सिर्फ 47 प्रतिशत महिलाएं ही रोज़ हरी सब्जियों का सेवन करती हैं जबकि 38 प्रतिशत महिलाएं सप्ताह में एक बार हरी सब्जियां खाती हैं।
सर्वे में भी यह भी बताया गया है कि 45 प्रतिशत महिलाएं हर दिन दाल या फलियां खाती हैं जबकि 45 प्रतिशत महिलाएं रोज़ दूध या दही का सेवन करती हैं। 23 प्रतिशत महिलाएं सप्ताह में एक बार दूध-दही खाती हैं। 25 प्रतिशत महिलाएं कभी-कभार डेयरी प्रॉडक्ट्स खाती हैं जबकि देश की 7 प्रतिशत महिलाएं ऐसी हैं जिन्हें दूध-दही का सेवन करने का भी मौका नहीं मिलता है।
स्वस्थ रहने के लिए सबसे ज्यादा जरूरी है हैल्दी खाना लेकिन आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में लोगों के पास खाना खाने का टाइम ही नहीं होता। सुबह ऑफिस भागने के चक्कर में नाश्ता जल्दबाज़ी में होता है और शाम को घर आकर लोग घर के कामों में लग जाते हैं। इसस बीच खाने का टाइम स्किप हो जाता है और शरीर को जरूरी पोषण नहीं मिल पाता है।
बहुत ही कम लोग जानते हैं कि संतुलित आहार में क्या चीज़ें होनी चाहिए। तो आपको बता दें कि बैलेंस्ड डाइट में प्रोटीन, फैट, कार्बोहाइड्रेट, विटामिन और मिनरल्स होते हैं।
भारत में खराब स्वास्थ्य खासतौर पर महिलाओं की खराब सेहत का कारण गरीबी और महिलाओं के साथ होने वाला भेदभाव है। भारत में दो क्लास हैं – एक क्लास के लोग सब्जियां, ताजे फल और दूध खरीदने में सक्षम नहीं हैं और दूसरी क्लास ऐसी है जो खरीदने में तो सक्षम है लेकिन लड़के और लड़कियों के बीच भेदभाव की वजह से जरूरी पोषण की चीज़ें लड़कियों को नहीं दी जाती हैं।
भारत में बचपन से ही महिलाओं को कम भोजन करना सिखाया जाता है और उनके शरीर और डाइट की जरूरतों को लोग अनदेखा कर देते हैं। इस वजह से आज भारत में अधिकतर महिलाएं अनीमिया का शिकार हैं।
पहले की तुलना में अब मार्केट ट्रेंड भी बदल गया है। अब महिलाएं, पुरुष और बच्चे सभी फास्ट और जंक फूड खाने लगे हैं जिनमें जीरो पोषक तत्व होते हैं, जो अनहेल्दी और असंतुलित खाना है। इस सर्वे के मुताबिक करीबन 10 प्रतिशत भारतीय महिलाएं हर दिन फ्राइड खाना खाती हैं जबकि 36 प्रतिशत महिलाएं सप्ताह में एक बार तला-भुना भोजन करती हैं। तकरीबन 5 प्रतिशत महिलाएं रोज़ एरेटेड ड्रिंक्स का सेवन करती हैं जबकि सप्ताह में एक बार 20 प्रतिशत महिलाएं ऐसे ड्रिंक्स पीती हैं।