अलग अलग रंग की रॉल्स रॉयस – शौक बड़ी चीज़ है. एक बार जिसकी शौक लग जाए तो उसे पूरा करने के लिए इंसान किसी भी हद तक जा सकता है.
कुछ लोग तो इतने बड़े शौक़ीन होते हैं कि वो हफ्ते के सातों दिन ७ कार से चलते हैं. इसका मतलब ये हुआ कि वो किसी भी दिन हफ्ते में कार रिपीट नहीं करते. अब ऐसे ही एक बहुत बड़े शौक़ीन हैं, जो अपनी पगड़ी से रंग से मैच करके ७ रॉल्स रॉयस चलाता है. ये इंसान बेहद अलग है. असल में इसे ऐसा करने के लिए किसी ने प्रेरित किया.
क्या था वो वाकया जिसने इसे इस तरह का अजूबा करने के लिए प्रेरित किया आइए, देखते हैं.
अलग अलग रंग की रॉल्स रॉयस
इस शख्स की कहानी बहुत ही मजेदार है. भारतीय मूल के रूबन सिंह लंदन में रहने वाले एक सिख व्यापारी हैं. 90 की दशक के फैशन स्टोर Miss Attitude के फॉउंडर रूबन सिंह को पहले ‘British Bill Gates’ भी कहा जाता रहा है. अक्सर हमारे यहाँ के पंजाबी ब्रिटेन और कनाडा में बिज़नेस के लिए जाते हैं और वहीँ बस जाते हैं. रुबन सिंह के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ.
पंजाबी होने के नाते रुबन सिंह भले ही विदेश धंधा करने चले गए, लेकिन कभी उन्होंने अपनी सभ्यता और संस्कृति को भुलाया नहीं. रुबन सिंह सर पर पगड़ी तब भी बांधते थे. वहां पर रहने वाले बहुत से विदेशी उनका मज़ाक उड़ाते थे. एक दिन कुछ ऐसा ही हुआ. एक अँगरेज़ ने रूबन सिंह को देखकर उनका मज़ाक उड़ाना शुरू कर दिया. पहले तो वो रुबन सिंह की पगड़ी देखकर खूब हंसा और फिर सबके बीच में उनका मज़ाक बना दिया.
असल में बात ये थी कि रुबन सिंह हफ्ते के सातों दिन कपड़े के साथ मैच करती हुई पगड़ी भी बांधते थे. इसपर अँगरेज़ ने कहा कि पगड़ी तो सस्ती मिलती है इसलिए वो इसके साथ मैच करके कपड़े खरीद लेते हैं. बता तो तब बने जब इसी की साथ मैच करता हुआ रॉल्स रॉयल चलाएं. इसे सुनकर वहां मौजूद सभी लोग हंसने लगे और एक भारतीय का इस कदर मज़ाक उड़ाया कि रुबन सिंह को बहुत गुस्सा आया. रुबन सिंह ने उसी पल उस अँगरेज़ को गुस्से में कहा कि एक दिन ऐसा भी होगा. रुबन सिंह की बात पर एक बार फिर से सब बहुत जोर से हँसे, लेकिन रूबन सिंह ने उसी वक्त ये निश्चित कर लिया था कि एक दिन वो ऐसा करके दिखाएंगे.
मन में विश्वास हो तो कुछ भी संभव है. रूबन सिंह ने जो ठाना उसे कर दिखाया.
रुबन सिंह ने वैसा ही किया. रुबन सिंह ने अपने पगड़ी के रंग की तरह ७ रॉल्स रॉयल खरीदकर वहां के लोगों को और खासतौर पर उस अँगरेज़ को ये जता दिया कि करने को कुछ भी कर सकते हैं, बस मन में विश्वास होना चहिए. रूबन सिंह आज दुनिया के अमीरों में शामिल हो चुके हैं.
रूबन सिंह आज भले ही इतनी अलग अलग रंग की रॉल्स रॉयस से चलते हों, लेकिन उम्र का एक वो भी पड़ाव था जब वो महज़ १७ साल की उम्र में अपना पेट पालने के लिए अपनी दुकान शुरू कर दी थी. इस दुकान को बड़े छोटे तौर पर उन्होंने शुरू किया था. अपनी शॉप पर वो २०-२० घंटे काम करते थे. आपको बता दें कि रूबन सिंह के पिता भी बिज़नेसमैन थे, लेकिन रूबन को उनके साथ काम करना या उनके अंदर काम करना ठीक नहीं लगा और उन्होंने खुद की कंपनी खड़ी की.
रुबन सिंह जैसा हौसला और साहस सबके पास नहीं होता.