डॉ टेसी थामस – भारत की महिलाएं आज हर क्षेत्र में देश का नाम रोशन कर रही हैं ।
ऐसा कोई क्षेत्र नहीं है, जिसमें महिलाएं पुरुषों से पीछे हो , फिर भी आज भी कई क्षेत्र ऐसे हैं। जिन्हे लेकर लोगों की अवधारणा ये हैं कि इन क्षेत्रों में महिलाएं आगे नहीं बढ़ सकती हैं । जैसे की मिसाइल तैयार करना हैं। हम में से ज्यादातर लोगों को लगता है कि मिसाइल बने के क्षेत्र में पुरुष ही आगे हैं । इस क्षेत्र में महिलाओ का होना थोडा़ अटपटा लगता हैं । लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी की हमारे देश की मिसाइल को तैयार एक महिला वैज्ञानिक करती हैं । और दिलचस्प बात ये है कि जहां महिला वैज्ञानिक देश की सुरक्षा के लिए मिसाइल तैयार कर रही है ।
वहीं दूसरी तरफ उनके पति नौसेना में कमांडर के तौर पर देश की रक्षा कर रहे हैं ।
जी हां, हम बात कर रहे हैं भारत की मिसाइल वैज्ञानिक और अग्नि मिसाइलों की प्रोजेक्ट डायरेक्टर डॉ टेसी थामस की, जो दुनियाभर में अग्नि पुत्री के नाम से जानी जाती हैं ।
डॉ टेसी थामस का नाम दुनियाभर के उन चंद वैज्ञानिकों में शूमार हैं । जो इंटरकॉन्टिनेंचल बैलिस्टिक मिसाइल का नेतृत्व करते हैं। टेसी थॉमस के पति सरोज कुमार भारतीय नौसेना में कंमाडर हैं । उनके अनुसार टेसी एक मां , पत्नी और साइंटिस्ट सभी भूमिकाओं में बेहतरीन हैं । वो जितनी अच्छी मां हैं । उतनी ही अच्छी साइंटिस्ट भी हैं ।
डॉ टेसी थामस केरल की रहने वाली हैं । उनका पूरा बचपन ईसरो की लांच साइट के पास ही गुजरा ।
वो रोजाना अपने वहां से रॉकेटो को उड़ान भरते हुए देखती थी । बड़े होने के बाद भी उनका मन सिर्फ रॉकेटों की तरफ ही आकर्षत था । हालांकि उन्होनें ips असफर बने के लिए सिविल एग्जाम की तैयारी भी की। लेकिन उनका दिल शायद किसी ओर ही राह पर जाना चाहता था । डॉ टेसी थामस ने अपने एक इंटरव्यू में कहा था कि उनकी रॉकेट मिसाइल तैयार करने की सबसे बड़ी प्ररेणा मिसाइल मैन ए पी जे अब्दुल कलाम थे । डॉ टेसी थामस के अनुसार डॉ ऐ .पी. जे अब्दुल कलाम उनके गुरु और डायरेक्टर थे।
आपको बता दें डॉ थामस दारा तैयार भारत अपना मिसाइल फाइटर जेट को आज लोग तेजस के नाम से जानते हैं । जिसकी खूबियों की दुनियाभर की सेनाएं कयाल हैं । वैसे आपको बता दें डॉ टेसी थामस और कमांडर सरोज कुमार का एक लड़का जिसका नाम भी तेजस हैं । वो एक ऑटो इंजीनियर हैं ।
डॉ टेसी थामस ने 1988 में अग्नि प्रोजेक्ट की कमान संभाली थी जिस वजह से उन्हे अग्नि पुत्री नाम दिया गया ।
भारत के मिसाइल प्रोग्रामों में उनके बेहतरीन योगदान के लिए उन्हे लाल बहादुर शास्त्री सम्मान से सम्मानित किया जा चुका है। आपको बता दें भारत ने हाल ही में अग्नि 5 मिसाइल का सफल निरीक्षण किया है । जिसे तैयार करने में डॉ थामस का अहम योगदान हैं । जिसकी क्षमता 5 हजार किमी रेंज हैं । जो आजने वाले वक्त में 8000 रेंज की जाएगी । जो शत्रु को उसी के घर में ढेर करने के लिए काफी हैं ।