ENG | HINDI

इस देश में जबरन कराया जाता है महिलाओं का वर्जनिटी टेस्ट

वर्जनिटी टेस्ट

महिलाओं का वर्जनिटी टेस्ट – शरीर हमारा लेकिन उस पर हक किसी और का ऐसा क्यों ?

क्या एक औरत होने के नाते हमारे कोई अधिकार नही होते है । हमें क्या पहना चाहिए कैसे चलना चाहिए और शादी से पहले वर्जनिटी न लूज करने की हिदायत दी जाती है । क्योंकि शादी से पहले लड़कियों का वर्जनिटी लूज करना समाज के खिलाफ होता है । फिर तो लड़को का भी शादी से पहले वर्जनिटी लूज करना समाज के खिलाफ होना चाहिए ना ।

ये कहना गलत नहीं होगा कि समाज में इतने कानून और नियम लड़कियों को लेकर बनाए गए है जिनकी शायद हम गिनती भी नही कर सकते और न ही इन नियम कानूनों की हमें कोई ठोस वजह पता है । लेकिन इसके बावजूद हम इन नियम कानूनों को आंख बंद करके मानते आ रहे है । वैसे कई लोगो को लगता है कि ये नियम कानून सिर्फ भारत में ही है ।

वर्जनिटी टेस्ट

लेकिन आपको जानकर शायद हैरानी होगी कि दुनियाभर में ऐसे बहुत से देश है जहां लड़कियों को खुलकर जीने तक की आजादी नहीं है जिनमें से एक आफगानिस्तान है ।

आफगानिस्तान में हर साल इतने सारे महिलाओं का वर्जनिटी टेस्ट होते है जिनकी गिनती करना भी मुश्किल है ।और अधिकाँश टेस्ट लड़की की मर्जी के बिना होते है । ऐसा इसलिए किया जाता है क्योंकि आफगानिस्तान में बिना शादी के वर्जिनटी लूज करना समाज और धर्म के खिलाफ माना जाता है ।

अगर कोई लड़की किसी लड़की के साथ नजर आ जाए तो उसे बिना वर्जनिटी टेस्ट कराए समाज में कबूला नहीं जाता है और तो और अय्याश कहकर पुकारा जाता है ।

वर्जनिटी टेस्ट

ऐसा ही कुछ हाल ही में नेदा नाम की एक लड़की के साथ हुआ जो आफगानिस्तान के बामियान शहर की रहने वाली है। नेदा के अनुसार वो अपने दोस्त के साथ कोचिंग क्लास से  लौट रही थी । रात होने की वजह से उन्होने अपने एक मेल फ्रेंड से लिफ्ट ले ली । लेकिन उन्हें क्या पता था उनका लिफ्ट लेना भी उनके कैरेक्टर पर अंगुली उठा देगा । उस रात के बात प्रशासन के पास निदा की शिकायतें पहुंची की वो अय्याश है और शादी से पहले ही अपने फ्रेंड के साथ इंटीमेंट हो चुकी है । जिस वजह से जबरन नेदा का वर्जनिटी टेस्ट कराया गया । वर्जनिटी टेस्ट से प्रूफ तो हो गया कि नेदा वर्जन है लेकिन इस हादसे ने नेदा के मन को बुरी तरह तोड़ दिया। ये मामला अभी भी आफगानिस्तान के न्यायलय में चल रहा है ।

वर्जनिटी टेस्ट

लेकिन अगर नेदा की स्थिति को समझा जाए तो शायद बार – बार वो इस ख्याल से जूंझ रही है। कि आखिर उन्होंने ऐसा क्या किया था कि उनके साथ ऐसा सलूक किया गया ।

रिसर्च के मुताबिक आफगानिस्तान में रोजाना 10 वर्जनिटी टेस्ट होते है । जो महिलाओं की मर्जी के खिलाफ कराए जाते है । आफगानिस्तान की कई गैर संस्थाएं इन वर्जिनटी टेस्ट पर रोक की मांग भी कर रही है । क्योंकि ये पूरी तरह से मानवाधिकारों का उल्लघँन है। वैसे आपको बता दें विश्व स्वस्थाय संगठन भी ऐसे टेस्ट को मान्यता नहीं देता । कोई महिला या पुरुष किस के साथ इंटीमेट होना चाहते है और कब होना चाहते है ये पूर्ण रुप से उनका फैसला होना चाहिए न कि समाज या प्रशासन का ।