क्या कभी आपने सोचा है कि मंदिर जाने से सेहत बन सकती है बिगड़ सकती है?
आमतौर पर लोग अपने धर्म के अनुसार अपने धार्मिक स्थल पर जाते हैं और अपने आराध्य की पूजा अर्चना करते हैं. हिन्दुओं में प्रथा है कि वो हर दिन मंदिर जाकर अपने भगवान की पूजा करते हैं. रोज़ सुबह नहा-धोकर भगवान के दर्शन करके ही आगे का काम शुरू करते हैं. ऐसी मान्यता है की ऐसा करने से भगवान का आशीष बना रहता है और सारे काम बन जाते हैं.
मंदिर जाने से काम तो बन जाते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि मंदिर जाने से सेहत बन सकती है
हमारे धर्म में ऐसी बहुत सी बातें हैं जो हर तरह से हमें फायदा ही पहुंचाती हैं.
धर्म में कुछ बातें वैज्ञानिक आधार पर भी तय की गई हैं और इन्हीं में से एक है मंदिर जाना. भले ही लोग मंदिर जाने को धार्मिक दृष्टिकोण से देखते हों लेकिन इसके सेहतमंद बनाने वाले फायदे भी हैं. सबसे बड़ा और अचूक फायदा है मंदिर जाने का दिमाग संतुलित रहता है.
जी हाँ, आजकल सबको ही तनाव रहता है और उसमें सारा काम बिगड़ जाता है, लेकिन जो लोग मंदिर जाते हैं उनका दिमाग संतुलित रहता है. पहला तो भगवन के दर्शन मात्र से ही दिमाग शांत हो जाता है और दूसरा मंदिर में माथे पर तिलक लगाने से हमारे दिमाग के एक खास हिस्से पर दवाब पड़ता है. इस पॉइंट के दबने से ध्यान लगाने में मदद मिलती है.
जब ये तिलक आपके माथे के बीचो बीच लगता है तो दिमाग अपने आप जागृत हो जाता है .
मंदिर में जाने के बाद सबसे पहला काम हर इंसान जो करता है वो है घंटी बजाना.
मंदिर में प्रवेश करते ही सभी घंटी बजाते हैं. मंदिर की घंटी की आवाज भी सेहत से जुड़ी है. एक रिसर्च के अनुसार, जब हम मंदिर में घंटी बजाते हैं, तो उसकी आवाज 7 सेकंड तक हमारे कानों में गूंजती है जिससे शरीर को आराम देने वाले पॉइंट्स एक्टिव हो जाते हैं. इससे शरीर की कई बीमारियाँ अपने आप ही ख़त्म हो जाती हैं और मंदिर जाने से सेहत बन सकती है
मंदिर जाने से सेहत बन सकती है – खास करके ठंड में मंदिर जाना और भी फायदेमंद होता है. इस मौसम में आमतौर पर सभी को सर्दी ज़ुकाम की समस्या रहती है. सर्दी जुकाम से भी बचाव होता है. मंदिर जाने पर हाथ जोड़कर प्रार्थना करने से हथेलियों और उंगलियों के खास पॉइंट्स पर दवाब बनता है. इनसे बॉडी में इम्युनिटी बढ़ती है. कुछ देर तक हाथ जोड़े भगवान् के सामने यूँही बैठे रहने से आपका पूरा शरीर स्वस्थ रहता है.
जिन लोगों को ब्लड प्रेशर की शिकायत होती है उनका मंदिर जाना और भी लाभप्रद होता है. मंदिर में प्रवेश करने से पहले ही हम अपने जूते चप्पल उतार देते हैं. नंगे पैर जाना होता है और इस जरिए पवित्र स्थान की पॉजिटिव एनर्जी हमारे शरीर में प्रवेश करती है. इससे पैरों के प्रेशर पॉइंट्स दबते हैं जिससे BP कंट्रोल करने में मदद मिलती है. इस तरह से ये बीमारी बहुत हद तक कम होने लगती है.
इस तरह से मंदिर जाने से सेहत बन सकती है – अब आपको समझ आ गया होगा कि मंदिर जाने से न सिर्फ आपको धार्मिक शांति मिलती है बल्कि बहुत ही लाभ होता है. रोज़ सुबह मंदिर जाना शुरू कर दीजिए अपने आप आप सारी बीमारियों से ठीक हो जाएंगे.