आपने कई फिल्मों और किताबों में जासूस कैरेक्टर्स के बारे में पढ़ा होगा। देखने और सुनने में जासूस काफी दिलचस्प होते हैं और इन्हें देखकर आपका मन भी प्राइवेट जासूस बनने का करता होगा। काल्पनिक कैरेक्टर्स से अलग वास्तविक दुनिनया के ये जासूस कॉरपारेट कंपनियों, सिलेब्रिटीज़ और पर्सनल लोगों के लिए जासूसी का काम करते हैं।
प्राइवेट डिटेक्टिव एजेंसियों द्वारा जासूसी के लिए कई तरह के कोर्स भी करवाए जाते हैं लेकिन टॉप का जासूस बनने के लिए ये कोर्स ही पर्याप्त नहीं होते हैं। एक टॉप का जासूस बनने के लिए आपमें कई और खूबियों का होना भी जरूरी है। इस फील्ड में महिलाएं कम और पुरुष ज्यादा होते हैं।
आज हम आपको बता रहे हैं कि टॉप का जासूस बनने के लिए आपमें क्या खूबियां होनी चाहिए।
अगर आप टॉप का जासूस बनना चाहते हैं तो आपको उससे पहले एक्टिंग के गुर भी सीखने पड़ेंगें। आपको अपने केस के अनुसार अलग-अलग किरदार निभाना आना चाहिए। भारत की पहली महिला जासूस कही जाने वाली रजनी पंडित ने अपने एक इंटरव्यू में कहा था कि उन्हें एक बार अपना केस सुलझाने के लिए भिखारी से लेकर घरेलू नौकरानी तक बनना पड़ा था।
एक अच्छे जासूस को टेक्नोलॉजी की अच्छी जानकारी होना जरूरी है। मोबाइल से डाटा निकालना या किसी डेस्कटॉप से डिलीट पिक्चर्स को रिस्टेार करना हो तो आप इसे खुद से कर सकें। किसी और की मदद लेने से गोपनीयता भंग हो जाती है।
जासूसी करना एक ऐसा काम है जो आप किसी के सामने नहीं कर सकते हैं। आपको हर बात छिपानी पड़ती है। आपको हिडन कैमरे से तस्वीरें खींचनी आनी चाहिए जिसे आप अपने मोबाइल, पर्स या सूट के बटन में लगा सकते हैं।
प्राइवेट जासूस को कानूनी पहलुओं की जानकारी होना बहुत जरूरी है। एक प्राइवेट जासूस कहां जा सकता है, किन मामलों की पड़ताल कर सकता है, ये सब उन्हें पता होना चाहिए। उसे पता होना चाहिए कि वो जिस मामले की पड़ताल कर रहा है उसका संबंध राष्ट्रीय सुरक्षा से तो नहीं है।
एक प्राइवेट जासूस को फोरेंसिक एक्सपर्ट होना चाहिए। जासूसी के लिए अगर आपके पास फोरेंसिक की डिग्री या नॉलेज होगी तो आपको यह समझ आ जाएगा कि क्रिमिनल्स के खिलाफ किस तरह के सबूत इकट्ठे करने हैं।
एक अच्छा जासूस वही बन सकता है जो बहुत क्रिएटिव हो। इस फील्ड में आपको बहुत बर क्रिएटिविटी की जरूरत पड़ती है। अगर किसी का पीछा करना है तो इस तरह करें कि किसी को शक ना हो। अगर किसी से कुछ पूछना है तो इस तरह से सवाल करें कि आप जो चाहते हैं वो बात निकल आए।
आपको साहसी और दुस्साहसी के बीच का अंतर पता होना चाहिए। साहसी होना जरूरी है लेकिन उसे दुस्साहसी नहीं होना चाहिए। किसी ऊंची इमारत की खिड़की फांदकर अंदर जाना दुस्साहस होता है जासूसी नहीं। ऐसा सब बस फिल्मों में ही होता है।
अगर आप प्राइवेट जासूस बनना चाहते हैं तो आपमें ये 7 गुण जरूर होने चाहिए और ये चीज़ें आपको किसी कोर्स से सीखने को नहीं मिलेंगीं बल्कि आपको खुद ही इन्हें अपने अंदर डेवलप करना होगा। किसी भी फील्ड में सफलता पाने के लिए आपको कुछ चीज़ें तो सीखनी ही पड़ती हैं, ये उन्हीं में से एक हैं।