ज्यां द्रेज – इन दिनों सोशल मीडिया पर एक अंग्रेज की तस्वीरें वायरल हो रही है। जो सङक किनारे बैठकर खाना खा रहा है।
इस तस्वीर को देखकर आपको लगेगा कि ये अग्रेंज या तो गरीब बहुत है। या फिर इंडिया घूमने आए इस अग्रेंज के पैसे चोरी हो गए होंगे जिस वजह से ये यहां सङक किनारे बैठकर खाना खा रहा है। हम आप अगर ये सब सोच रहे हैं तो आपका अंदाजा गलत है क्योंकि ये अग्रेंज कोई ओर नहीं ज्यां द्रेज है ।
केंद्र में जब यूपीए की सरकार थी तब ज्यां द्रेज नेशनल एडवाजरी कमेटी के सदस्य थे ।
आरटीआई के कानून के बारे में तो सब जानते हैं । जिस कानून की मदद से हम किसी भी सरकारी दफ्तर में जा कर जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। उस आरटीआई के कानून को लागू करवाने उसने ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। ज्यां द्रेज का नाम देश दुनिया के जाने माने अर्थशात्रियों में आता है।
इन दिनों ज्यां दिल्ली मे विजिटिंग प्रोफेसर हैं और पटना यूनिवर्सिटी में पढाते है । द्रेज ने कांग्रेस सरकार की योजना मनरेगा की ड्राफ्टिंग भी की थी । और जंतर मंतर पर मनरेगा वालों के धरना प्रदर्शन के दौरान ही इन्हे वहाँ स्पाॅट किया गया था जब गुरुद्वारे से गाङी में धरना प्रदर्शन कर रहे लोगों के लिए खाना आया । और ज्यां द्रेज ने किसी से एक कटोरा मांग कर खुद भी सङक पर बैठकर खाना खाने लगे । जिसकी तस्वीर वहां मौजूद मीडिया रिपोर्टर्स ने खींच ली।
आपको बता दें ज्यां द्रेज का जन्म बेल्जियम में हुआ था लेकिन ज्यां द्रेज 1979 से भारत में रह रहे हैं।
उन्हे 2002 में भारत की नागरिकता भी मिल गई । उनके पिता भी अर्थशास्त्री थे। ज्यां द्रेज अब तक अर्थशास्त्र पर 20 से ज्यादा किताबें लिख चुके हैं । जिसमें कई किताबें उन्होंने नोबल पुरस्कार विजेता अमर्त्य सेन के साथ मिलकर लिखी है। वे भारत के सभी बङे इंस्टीटयूट, यूनिर्वसटीज से लेकर दुनिया के कई बङे इंस्टीटयूट में विजिटिंग प्रोफेसर हैं।
लेकिन इसके बावजूद भी ज्यां द्रेज का सङक पर दूसरे लोगो के साथ बैठकर खाना खाना उनकी एक विशाल सोच को दर्शाता है। क्योंकि हम सभी एक पहचान बनाने के लिए हर दिन संघर्ष करते है लेकिन इतनी बङी शख्सियत बने के बाद हमें से कितने लोग इस तरह की दरियादिली दिखाते हैं।