मंगल पर सिर्फ महिलाओं को भेजने की तैयारी – अमेरिका की अंतरिक्ष एजेंसी नासा मंगल ग्रह पर अपने एस्ट्रोनॉट्स को भेजने की नई नीति बना रही है। नासा के बहुप्रतीक्षित मार्स मिशन के लिए अब मंगल पर सिर्फ महिलाओं को ही भेजा जाएगा।
नासा के ऐसा कदम उठाने के पीछे एक बड़ी वजह है। नासा को लगता है कि डेढ़ साल तक इस कार्यक्रम में पुरुष और महिलाओं को एकसाथ भेजना ठीक नहीं होगा।
नासा के अधिकारियों का कहना है कि इतने लंबे समय में महिलाएं और पुरुष एक-दूसरे के प्रति आकर्षित हो सकते हैं। खास बात तो ये है कि नासा ऐसा पहली बार करने जा रहा है और वो पहले अंतरिक्ष में अपने प्रोजेक्ट्स के लिए महिला और पुरुष दोनों एस्ट्रोनॉट्स को भेज चुका है।
इसलिए मंगल पर सिर्फ महिलाओं को भेजने की तैयारी कर रहा है नासा.
नासा की एक कांफ्रेंस में अधिकारियों ने बताया कि नासा ने अपनी एक रिपोर्ट में इस बात की चेतावनी दी है कि अगर महिला और पुरुष एस्ट्रोनॉट्स इतने लंबे समय तक एकसाथ रहते हैं तो उनके बीच आकर्षण हो सकता है और फिर उनमें सेक्स होने की भी संभावना है।
नासा की रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि मंगल के इस मिशन पर महिला एस्ट्रोनॉट्स को भेजना सबसे बेहतर विकल्प होगा क्योंकि महिलाएं टीम के तौर पर ज्यादा अच्छा काम कर पाती हैं। उनके बीच लीडर बनने की होड़ के लिए झगड़ा होने की उम्मीद कम रहती है। इस रिपोर्ट को कुछ साल पहले बनी थी लेकिन इसे कभी जारी नहीं किया गया था।
इस रिपोर्ट के अनुसार यही निष्कर्ष निकला है कि मंगल पर जाने वाले क्रू में या तो सभी महिला एस्ट्रोनॉट्स जाएंगी या फिर पुरुष ।
नासा का यह निर्णय काफी महत्वपूर्ण है क्योंकि इससे पहले उसके द्वारा अंतरिक्ष में जाने को लेकर इस तरह का कोई निर्देश नहीं दिया गया है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या सच में नासा का ये नया आइडिया काम कर पाता है या नहीं।