सहमति पत्र – कहते हैं जितनी खरतनाक जगह हो वहां जाने का रोमांच उतना ही बढ़ जाता है।
टूरिस्ट इतने क्रेजी होते हैं कि अपनी जान की परवाह किए बिना रोमांच का आनन्द लेने किसी भी खतरनाक जगह पर चले जाते हैं।
इस दुनिया में एक ऐसी जगह भी है जहां जाने के लिए लोगों को अपने साथ हुए हादसे की जिम्मेदारी खुद लेनी पड़ती है। इसके बावजूद वहां हजारों लोग हर साल जाते हैं।
यह जगह सिर्फ खतरनाक ही नहीं हैं बल्कि इस जगह की जिम्मेदारी जिसके पास है वो खुद भी बहुत खतरनाक है। यह जगह साउथ कोरिया और नोर्थ कोरिया का बार्डर है। यह इतना खतरनाक है कि विश्व में सबसे खतरनाक बोर्डरों की लिस्ट में यह पहले नम्बर पर है। इसके बावजूद लोग यहां जाना पसंद करते हैं।
इस बोर्डर का एक इतिहास है जो लोगों को अपनी ओर आकर्षित करता है। यही वो जगह है जहां 1953 में दोनों देशों ने समझौता कर युद्ध को खत्म किया। हालांकि इस समझौते पर दोनों हमेशा ही असहमति की स्थिति में रहते हैं। 1953 से लेकर आजतक यहां ऐसी स्थिती रहती है कि कभी भी यहां युद्ध हो सकता है।
इस जगह को पनमुंजोम नाम से जाना जाता है। यह एक छोटा सा गांव है लेकिन बहुत खूबसूरत है। यहां की नीली बिल्डिंग लोगों को मोहित कर लेती है। दोनों देशों के अधिकारी विशेष परिस्थितियों में इसी बिल्डिंग में मिलते हैं।
यहां आने वाले लोगों को पहले लिखित में सहमति पत्र देना होता है कि यहां उनके साथ हुए किसी भी घटना या मौत की जिम्मेदारी उनकी होगी। इतना ही नहीं यहां आने वालों टूरिस्ट को गार्डस से नजरे मिलना और इशारों में बात करने की सख्त मनाही है।
दुनिया का सबसे खतरनाक इलाका होने के बाद भी यहां की खूबसूरती और इतिहास अपनी ओर लोगों का आकर्षित करता है। यहां लोगों को डर के साये में जो रोमांच मिलता है वह विश्व कि किसी कोने में नहीं मिल सकता। इसलिए तो रोमांच से भरे इस जगह को देखकर दिल खुश हो जाएगा।