अभिनेता प्रेम चोपड़ा उन चुनिंदा एक्टर्स में से एक हैं जिन्होंने अपने एक ही डायलॉग से खूब पॉपुलैरिटी हासिल की थी। आज भी लोग प्रेम चोपड़ा के डायलॉग ‘प्रेम नाम है मेरा’ को भूल नहीं पाए हैं। प्रेम चोपड़ा ने इंस्स्ट्री में 50 से भी ज्यादा साल बिताए और उन्होंने 320 के आसपास फिल्में की हैं। प्रेम चोपड़ा ज्यादातर फिल्मों में नेगेटिव किरदार में ही नज़र आए हैं।
छोटी-मोटी फिल्मों में काम करते हुए अपना खर्चा चलाने के लिए अभिनेता प्रेम चोपड़ा ने मुंबई में टाइम्स ऑफ इंडिया के सर्कुलेशन विभाग में नौकरी करनी शुरु कर दी। प्रेम चोपड़ा की पहली हिट फिल्म थी ‘वो कौन था’। इस फिल्म में उनका रोल बड़ा था इसलिए उन्हें अपनी एक्टिंग के लिए तारीफ भी खूब मिली। हालांकि, प्रेम ने अपनी नौकरी नहीं छोड़ी। लेकिन फिल्मों में काम करने के लिए अभिनेता प्रेम चोपड़ा को नौकरी से छुट्टी लेने के बहाने भी कम पड़ने लगे थे। जहां ऑफिस में उन्हें रोज़ डांट पड़ती थी वहीं उनके पास फिल्मों के कई ऑफर आने लगे। ऐसे में उन्होंने नौकरी छोड़ दी।
शुरुआत में अभिनेता प्रेम चोपड़ा ने बतौर हीरो भी कई फिल्में की थीं लेकिन वो सभी फ्लॉप रहीं।
इसके बाद निर्देशक महमूद खान ने इन्हें विलेन का रोल करने की सलाह दी। ये सलाह काम आ गई और प्रेम चोपड़ा की किस्मत चमक गई। उस दौर के सुपरस्टार्स देवानंद, दिलीप कुमार और राजकपूर के फेवरेट विलेन हुआ करते थे प्रेम चोपड़ा।
राजकूपर रिश्ते में प्रेम के साडू भाई लगते थे और उनकी पत्नी के भाई थे प्रेमनाथ। ये दोनों ही एक्टर काफी सक्सेसफुल और पॉपुलर थे। रिश्तेदारी का साथ मिलने पर प्रेम चोपड़ा के करियर में और भी ज्यादा निखार आ गया था।
इस तरह अभिनेता प्रेम चोपड़ा को अपने फिल्मी करियर में सक्सेस और शोहरत हासिल हुई। अपने फिल्मी करियर के शुरुआती दिनों में प्रेम चोपड़ा ने फिल्में करने के साथ-साथ टाइम्स ऑफ इंडिया की नौकरी नहीं छोड़ी थी।