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इतिहास की सबसे ‘खतरनाक’ नौकरी करने वालों की लाशें 100 साल बाद मिलीं

सबसे खतरनाक नौकरी

सबसे खतरनाक नौकरी – 100 साल पहले पनडुब्बियों का दौर था और तब समुद्र में जंग लड़ी जाती थी।

हाल ही में बेल्जियम के समुद्र में प्रथम विश्‍वयुद्ध का एक खजाना मिला है। करीब 27 मीटर गहराई में मिली इस पनडुब्‍बी में 27 लाशें भी मिली हैं।

100 साल पहले यहां पर दुनिया की सबसे खतरनाक जंग लड़ी गई थी।

उस वक्‍त फिनिशिंग लाइन तक पहुंचने से कुछ पहले जर्मनी का सितारा डूब गया। ये पनडुब्‍बी इतिहास के सबसे खतरनाक दौर की गवाह है। उस दौर में समुद्र में जंग के लिए कोई नियम नहीं था। समुद्र में नागरिक हो या सैनिक, जो मिले मार दो।

नौसेना को लेकर आगे बढ़ने की होड़ में जर्मनी और ब्रिटेन ने पूरी दुनिया को तबाह कर दिया था। प्रथम विश्‍वयुद्ध 1914 से 1918 तक चला था और इसमें जर्मनी ने युद्ध का कोई भी नियम नहीं माना था। समुद्र में दोनों ही देश बिना कोई चेतावनी दिए हमला कर दिया कर देते थे और संभलने का मौका भी नहीं देते थे। जर्मनी नौसेना सबसे ज्‍यादा मारक थी उसे कुल 5,000 जहाजों को डुबो दिया था।

युद्ध को लेकर जर्मनी काफी गंभीर था लेकिन ब्रिटेन इसे समझ ही नहीं पा रहा था।

1 मई 1915 में ब्रिटेन ने लुसितानिया को न्‍यूयॉर्क से ब्रिटेन के लिए रवाना किया। इस पर जर्मनी ने बड़ा तगड़ा हमला किया और मात्र 18 मिनट में ही पूरा ज़हाज़ सागर की तलहटी पर ढेर हो गया। इसमें कुल 2,000 यात्री थे जिसमें 1,198 लोग मारे गए। इसमें अमेरिकी नागरिक भी शामिल थे।

उस दौर में ज्‍यादातर युद्ध समुद्र में पनडुब्बियों में हुआ करते थे इसलिए जो भी जंग के लिए जाया करता था वो अपने परिवार और दोस्‍तों से आखिरी विदा लेकर जाता था। उनके लौटने की उम्‍मीद बुहत कम ही होती थी। यू-बोट की सबसे खतरनाक नौकरी दुनिया की सबसे खतरनाक नौकरियों में एक हुआ करती थी। इस जॉब में काम करने वाले लोगों की लाशें आज तक घर नहीं पहुंची। बेल्जियम में जो पनडुब्‍बी मिली है वो इन्‍हीं लोगों की है।

इनके परिजनों ने बरसों तक इनका इंतज़ार किया होगा। ऐसी और भी कई लाशें अब तक समुद्र के सीने में दफन हैं। ये मुसाफिर बड़ी बुरी मौत मरे थे।