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कलियुग के संत शेगांव के गजानन महाराज और उनसे जुड़े चमत्कार

shri-gajanan-maharaj

“गण गण गणात बोते”

ये शेगांव के संत गजानन महाराज का  पसंदीदा मंत्र है, जो वे हमेशा जपा करते थे.

इस मंत्र का के पहले शब्द गण का मतलब है जीवात्मा दूसरे गण का मतलब शिव और गणात यानि हृदय में और बोते यानि कि देखो.  कुल मिलाकर उन्हें अपने भक्तों को संदेश दिया हे जीवात्मा अपने हृदय में परमात्मा को देखों.

ये मंत्र उनके भक्त गण बड़ी ही श्रद्धा के साथ जपते हैं.

कौन है गजनान महाराज

गजानन महाराज महाराष्ट्र के शेगांव जिले के एक संत है. कुछ विद्वानों के मतानुसार वो भगवान गणेश और अत्रिपुत्र दत्तात्रय के अवतार हैं. वैसे तो उनके जन्म के बारें में कोई सटीक साक्ष्य उपलब्ध नहीं हैं लेकिन कहा जाता हैं कि उन्हें 23 फरवरी 1878 को शेगांव के एक जमीनदार  ने बरगद के पेड़ के नीचे झूठी पत्तलों से चावल के दाने उठाकर खाते हुए देखा था, तब जमीनदार ने पूछा था झूठी पत्तलों से भोजन क्यों खा रहे हैं. तब गजानन महाराज ने उत्तर दिया – अन्नं ब्रम्हेति यानि अन्न ब्रम्ह स्वरुप है और उसका सदुपयोग करना चाहिए.

माना जाता है कि सबसे पहले वो इसी अवस्था में देखे गए थे. वो एकदम सादगी से अपना जीवन जीना पसंद करते थे. वैसे तो हमेशा ही उनके भक्त उन्हें अच्छे कपड़े, धन, और भोजन दक्षिणा के तौर पर देते थे, लेकिन उन्हें किसी भी चीज़ का लालच नहीं था. वो इन्हें स्वीकार भी नहीं करते थे. जैसा भोजन मिले खा लेते थे. जहां पर जगह मिले वहां पर सो जाते थे.

भाद्रपद शुक्ल पंचमी, सन १९१० गुरुवारके दिन भगवान श्री विठ्ठलका नाम जप करते हुए शेगांव में प.पू. श्री गजानन महाराज समाधिस्थ हुए.

गांव को विदर्भ का पंढरपुर कहा जाता है.

इस मंदिर में देश भर के अलग-अलग इलाकों से श्रद्धालु पहुंचते हैं. खासकर महाराष्ट्र में विशेष रुप से इनकी पूजा की जाती है.

गजानन महाराज से जुड़े कुछ चमत्कार
1.  गजानन महाराज के बारें में कहा जाता है कि वो खाली कुओं में पानी भर देते थे.
2.  जटिल से जटिल रोग को ठीक कर देते थे.
3.  कहा तो ये भी जाता है कि वे पशु-पक्षियों की बोली समझते थे.
4.  बिना आग के वो हुक्का भी जला लेते थे.
5.  एक कोढ़ ग्रस्त महिला को भी उन्होंने ठीक किया था
6.  बिना किसी उपकरण की मदद से उन्होने गन्ने का रस अपने हाथों से निकाला था.

कैसे पहुंचे शेगांव

महाराष्ट्र में बुलढाना जिले में सेंट्रल रेलवे के मुंबई-नागपुर मार्ग पर शेगांव है.

स्टेशन से मंदिर आने-जाने के लिए मुफ्त बस सेवा उपलब्‍ध है.

पूरे महाराष्ट्र से 172 बसें यहां आती हैं.

आपको बता दें कि संत गजानन महाराज संस्थान विदर्भ क्षेत्र में सबसे बड़ा मंदिर ट्रस्ट है.