अडोल्फ हिटलर विश्व का एक ऐसा इतिहास है जिसे कभी भुलाया नहीं जा सकता।
अडोल्फ हिटलर एक ऐसा काला इतिहास है जिसके बारे में आपने कुछ न कुछ सुना और पढ़ा होगा। अब तक आपने हिटलर के बारे में जो कुछ भी सुना होगा वो सभी उनकी बुराई ही होगी लेकिन आज हम हिटलर के बारे में ऐसी जानकरी दे रहे हैं जो उसकी बुराई नहीं अच्छाई है।
आज अडोल्फ हिटलर को इतना बुरा माना जाता है कि वो तानाशाह का प्रयाय बन चुका है। ऐसे बुरे तानाशाह में भी अच्छाई हो सकती है यह सुनने में बहुत हैरान करती है। लेकिन हिटलर में कई अच्छाईयां भी थी।
दीर्घ इच्छा शक्ति रखने वाला हिटलर एक अच्छा इंसान भी था। करिश्माई ताकतों का धनी अपने लोगों के बारे में सोचना था। यह इस बात से साबित होती है कि हिटलर ने न केवल जंग का नेतृत्व किया बल्कि उसने धुम्रपान विरोधी अभियान का भी नेतृत्व किया। हिटलर को धुम्रपान की बहुत गंदी लत लगी थी लेकिन उसने सन 1919 में ने केवल धुम्रपान छोड़ दिया बल्कि अपने प्रदेश में भी धुम्रपान के लिए रोक लगा दी।
हिटलर अपने जर्मनी वासियों के स्वास्थ्य को लेकर सचेत था इसलिए उसने धुम्रपान के विरुद्ध कई कैम्पन किए। एक बार हिटलर ने 20 जर्मन महिलाओं के साथ धुम्रपान विरोधी अभियान का नेतृत्व भी किया।
हिटलर ने साल 1939 में ही वैज्ञानिकों को धुम्रपान से होने वाले नुकसान पर शोध करने का आदेश दे दिया।
हिटलर के इस कदम के बाद से लेकर अबतक लगभग दुनिया के सभी देश धुम्रपान के लिए अपने स्तर पर कार्य कर रही है। हिटलर के इस मिशन को आज भी पूरा विश्व आगे बढ़ा रहा है।
दुनिया के देशों को जिस बात की चिंता बाद में हुई उसे अडोल्फ हिटलर ने पहले ही खोज लिया था। इससे अंजादा लगाया जा सकता है कि हिटलर कितना दूरदर्शी था। इन अच्छाइयों के बावजूद हिटलर के क्रूरता को भूलाया नहीं जा सकता। लाख अच्छाइयों के बावजूद बेगुनाहों के कातिल को दुनिया कभी मांफ नहीं कर सकती।