गोरा रंग पाने के लिए – सिर्फ बॉलीवुड ही नहीं, बल्कि हॉलीवुड तक अपनी कामयाबी के झंडे गाड़ चुकी अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा ने हाल ही में अपनी जिंदगी का एक अहम किस्सा शेयर किया है.
प्रियंका का रंग गोरा नहीं है उन्होंने इसी से जुड़ी बात इंटरव्यू में शेयर की.
उन्होंने बताया कि किस तरह बचपन में गोरी दिखने के लिए वो भी खूब फेयरनेस क्रीम लगाती थीं.
एक मैगजीन को दिए इंटरव्यू में प्रियंका ने बताया कि उन्होंने एक बार गोरा बनाने वाली क्रीम को एंडोर्स किया था, जो उनकी गलती थी और उन्हें हमेशा इस बात का दुख रहेगा. प्रियंका ने इंटरव्यू में बताया कि जब वह 18 साल से कम उम्र की थीं, तो अपनी त्वचा के रंग के कारण गोरे लोगों से खुद को कम समझती थीं. इसके कारण वह हीन भावना से ग्रसित हो गई थीं. इसके पीछे उन्होंने कारण दिया कि भारत में गोरा रंग पाने के लिए कुछ भी करने की मानसिकता है – आप अगर गोरे हैं तो ही आप सुंदर हैं.
उन्होंने बताया कि, ‘मैंने भी अपने स्कूली दिनों में फेयरनेस क्रीम का उपयोग किया था, जो यह दावा करती थी कि एक सप्ताह में गोरे बनिए. जब मैंने गोरा बनाने वाली क्रीम का प्रमोशन किया तो ऐसा करने के बाद मुझे मेरी गलती का अहसास हुआ कि यह मैंने क्या कर दिया.’ प्रियंका का कहना है कि यह एक बचकानी हरकत थी.
वैसे प्रियंका की सोच गलत भी नहीं थी. हमारे देश में तो आज भी गोरी लड़कियों को ही सुंदर समझा जाता है और शादी के लिए लड़के भी हमेशा गोरी लड़की की चाह रखते हैं.
खैर प्रियंका को तो अपनी गलती का एहसास हो चुका है, उम्मीद है हमारे समाज को भी उस गलती का एहसास जल्द हो जाए तो अच्छा रहेगा, जिसमें सुंदरता को रंग से जोड़कर देखा जाता है.
वैसे आपको बता दें कि प्रियंका चोपड़ा इन दिनों हॉलीवुड में कई प्रोजेक्ट्स पर काम कर रही हैं. उनकी आखिरी बॉलीवुड की फिल्म ‘जय गंगाजल’ थीं, जिसमें उन्होंने एक लेडी पुलिस अफसर की भूमिका निभाई थी.