अक्षय कुमार की फिल्में देखकर लगता है जैसे कि वो समाज के लिए समर्पित है।
उनकी ज्यादातर फिल्में समाजिक मुद्दों पर आधारित होती है। एक के बाद एक उन्होंने ऐसी कई फिल्में बनाई जिसने समाज को जागरुक करने का काम किया।
आखिर अक्षय क्यों समाज के लिए लगातार और बार-बार ऐसे फिल्में बना रहे हैं? यह सवाल सभी के मन जरुर में होगा लेकिन इनका जवाब अक्षय ने दे दिया है। हाल ही में उन्होंने इस राज से उन्होंने पर्दा उठा दिया है।
अक्षय कुमार की फिल्में – अक्षय ने ‘टॉयलेटः एक प्रेम कथा’ की कामयाबी पर एक प्रेस कॉनफ्रेंस को में कहा कि यह मेरी पहली सोशल फिल्म नहीं है। इससे पहले भी कई फिल्में सोशल मुद्दे पर बन चुकी है। बहुत समय पहले फिल्म खट्टा मीठा भी सामाजिक मुद्दे पर ही आधारित थी। रोड कंस्ट्रक्शन और उससे संबंधित मुद्दों पर बनी यह फिल्म ज्यादा नहीं चल पाई।
उन्होंने इतनी सारी सोशल फिल्में बनाने के कारण बताते हुए कहा कि लोगों को जागरुक होने में टाईम लगता है।
शायद यही कारण है कि अक्षय ज्यादा सामाजिक फिल्में बनाते हैं, क्योंकि लोगों को एक बार तो समझ आएगा ही नहीं। बार-बार सामजिक मुद्दें पर फिल्म देखने से लोगों को समझ आए और वो सोशल मूड में आ जाएं।
अक्षय की अभी हाल ही में ‘टॉयलेटः एक प्रेम कथा’ रीलिज हुई। जिसकी बहुत तारीफ हो रही है। भारत सरकार घर-घर टॉयलेट की बात लम्बे समय से कर रही है। ऐसे अक्षय को उम्मीद है सरकार दूरदर्शन के माध्यम से एक एक घर तक इस फिल्म को पहुंचाने का काम करेगी।
हरियाणा और यूपी जैसे राज्यों में कई जगहों पर इस फिल्म की स्पेशल स्क्रीनिंग हो रही है। जो लोगों को जागरुक करने के लिए फायदेमंद साबित होगा।
अक्षय कुमार की फिल्में – अब भारतीय जनता और उनके फैन उनकी कितनी फिल्में देखने के बाद सोशल मूड में आएंगी यह तो उन्हें भी नहीं पता लेकिन अक्षय इस बात से साफ है कि वह बार बार सोशल मुद्दे पर फिल्म बनाते रहेंगे।