टीनएजर्स के स्टार्टअप – यह तो सभी जानते हैं कि स्टार्टअप शुरु करना कितना मुशकिल का काम है और किसी भी मायने में ये बच्चों का खेल तो बिलकुल भी नही है।
लेकिन देश के कई बच्चों ने इस धारणा को गलत साबित कर दिया है। इन नन्हें बच्चों ने ना केवल स्टार्टअप शुरु किया बल्कि उसे सफलता की ऊंचाइयों तक पहुंचाकर भी दिखाया है।
चलिए जानते हैं देश के इन टीनएजर्स के स्टार्टअप के बारे में।
टीनएजर्स के स्टार्टअप
1 – एस. अर्जुन
एस. अर्जुन एक लेटरल लोजिक्स के संस्थापक और सीईओ हैं। मात्र 17 साल की उम्र में इस 12वीं के छात्र ने एक ऐसी ऐप इंवेंट की है जिससे माता-पिता अपने बच्चों की स्कूल बस को ट्रैक कर सकते हैं। इस प्रोजैक्ट के लिए अर्जुन को राष्ट्रपति से सम्मान भी मिल चुका है।
2 – श्रीलक्ष्मी सुरेश
17 वर्ष की श्रीलक्ष्मी सुरेश eDesign Technologies की संस्थापक व सीईओ हैं। लक्ष्मी ने यह कम्पनी 2009 में शुरु की थी। इस कंपनी का मुख्य काम वेब डिजाइन और वेबसाइट का रख-रखाव करना है। आज लक्ष्मी की यह कंपनी करोडों की है और उनके पास लगभग 250 से ज्यादा क्लाइंट हैं।
3 – श्रवण और संजय कुमार
17 वर्ष के श्रवण कुमार और 15 वर्ष के संजय कुमार ने मिलकर 2012 में Go Dimensions नाम की कंपनी की शुरुआत की थी। पहले ही हफ्ते में इनकी ऐप को 2000 लोगों ने डाउनलोड किया था। इससे पहले भी इन दोनों भाईयों ने ‘कैच मी कॉप’ नाम की गेम बनाई थी जोकी काफी सफल रही थी।
4 – ह्रदय
13 वर्ष के ह्रदय Strenth-O-Seeds के संस्थापक हैं। ह्रदय ने देखा की कई लोगों के शरीर में प्रोटीन की मात्रा बेहद कम होती है जिसके कारण वह आसानी से बीमारियों का शिकार हो जाते हैं। यही देखते हुए ह्रदय ने प्रोटीन को बढ़ाने वाली Strength-O-Seeds बनाई।
ये है टीनएजर्स के स्टार्टअप – बड़े तो बड़े, बच्चे भी किसी से कम नही हैं। आजकल के प्रतिभावान बच्चे खुद को खेल-कूद तक ही सीमित नहीं रखते बल्कि टेक्नोलॉजी को सीखकर अपने देश को आगे बढ़ाने का काम भी कर रहे हैं।