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जब केशलेस हुए सोनू निगम तो कुमार विश्वास बोले

बॉलीवुड गायक सोनू निगम

बॉलीवुड गायक सोनू निगम अपना सिर मुंडवाकर पूरी तरह केशलेस हो गए हैं. यानी अब उनके सिर पर एक भी बाल नहीं है.

ऐसा सोनू निगम ने इसलिए किया क्योंकि गत 18 अप्रैल को मौलाना कादरी ने घोषणा की थी कि जो कोई भी गायक सोनू निगम का सिर मुंडायेगा, उनके गले में फटे जूतों की माला पहनाएगा और उन्हें देशभर में घुमाएगा वह उसे 10 लाख रुपये का इनाम देंगे.

मौलाना कि इस घोषणा के बाद उन्हें जवाब देने के लिए बॉलीवुड गायक सोनू निगम ने बाकायदा मुम्बई में एक संवाददाता सम्मेलन बुलाया और वहां सबके सामने अपना सिर मुंडवा लिया.

उसके बाद उन्होंने कहा था कि मौलाना को अब उन्हें 10 लाख रूपए देने चाहिए. इसको लेकर जैसे ही उन्होंने ट्वीट किया तो सोनू के अजान विवाद पर राजनीति से लेकर मनोरंजन गलियारे में इस पर बहस छिड़ गई है.

घर के पड़ोस में मस्जिद से आनी वाली अजान की ऊंची आवाजों पर बोलने और फिर फतवे के बाद अपना सिर मुंडवा चुके बॉलीवुड गायक सोनू निगम की कई लोगों ने तारीफ की.

आम आदमी पार्टी नेता तथा कवि कुमार विश्वास ने तो अपने अंदाज में तारीफ की है. कुमार विश्वास ने सोनू के लिए ट्वीट कर कहा, ‘अब आपको कोई “बाल” भी बांका नहीं कर सकता दोस्त. आपने तो खुद की जुल्फें गिरा कर नफरत का ही मुडंन करा दिया.

आपको बता दें कि मुस्लिम नेता और पश्चिम बंगाल अल्पसंख्यक यूनाइटेड काउंसिल के उपाध्यक्ष सैयद शाह आतिफ अली कादरी ने मशहूर गायक सोनू निगम के द्वारा अजान पर की गई टिप्पणी को लेकर उनके खिलाफ फतवा जारी किया है.

कादरी ने कहा कि बॉलीवुड गायक सोनू निगम ने धर्मनिरपेक्ष भारतीय संविधान का अपमान किया है और उन्हें देश से बाहर निकाल दिया जाना चाहिए. यही नहीं इसके साथ ही उन्होंने कहा कि जो कोई भी सोनू को पुराने जूतों की माला पहनाएगा और सोनू निगम को गंजा करेगा उसको वे 10 लाख रुपए देंगे.

सोनू ने मौलाना के फतवे का जवाब देते हुए स्वय ही अपना सिर मुंडवा लिया और मौलाना को कहा कि लाइए मेरे पैसे. इस पर मौलाना फंस गए. उनको लगने लगा कि ये दांव तो उन्हें उल्टा पड़ गया.

क्योंकि बॉलीवुड गायक सोनू निगम के समर्थन में जिस प्रकार लोग आए उसने मौलना को उनके ही बुने जाल में फंसा दिया. जबकि सोनू ने कहा कि उन्होंने अपने ट्वीट के जरिए जो बात कही थी वह सुबह की प्रार्थना में लाउडस्पीकर इस्तेमाल को लेकर थी. इसका किसी विशेष धर्म से संबंध नहीं है.

लेकिन मौलाना ने प्रसिद्धी पाने के लिए इसको लेकर फतवा ही जारी कर दिया. बहराल, अब मौलाना खुद ही इससे बाहर निकलने का रास्ता तलाश रहे हैं.