इंसान का जीवन नेचर के बिना अधूरा हो जायेगा.
आप कल्पना भी नहीं कर सकते हैं कि अगर नेचर नहीं रहा तो फिर हम अपनी आने वाली पीढ़ियों को क्या दे पाएंगे. अपनीजरूरतों को पूरा करने के लिए हम बस पेड़ों को अंधाधुंध काटे जा रहे हैं.
वहीँ कुछ देशों में तो ऐसे कानून बनाये जा रहे हैं कि जिनकी मदद से आसानी से पेड़ों की कटाई की जासके.
पोलैंड में कुछ इस तरह का ही कानून सरकार ने पास किया कि अब आसानी से पेड़ काटने वाले लोग इनका उपयोग किसी भी तरह से कर सकते हैं किन्तु इस बात का विरोध हुआऔर जब सरकार किसी की नहीं सुन रही थी तब महिलाओं ने पेड़ों को बचाने के लिए इस तरह से खुलेआम ब्रेस्टफीडिंग किया – अपने बच्चों को पेड़ के नीचे ब्रेस्टफीडिंग कराई ताकि हमारे बच्चे पेड़ों को अभी देख लें.
तो आइये देखते हैं कि किस तरह से महिलाओं द्वारा पेड़ों को बचाने के लिए इस तरह से खुलेआम ब्रेस्टफीडिंग आंदोलन को अंजाम दिया जा रहा है-
पेड़ों को बचाने खुलेआम ब्रेस्टफीडिंग –
- इस पूरे आन्दोलन की शुरुआत ब्रेस्टफीडिंग की पेंटिंग से हुई थी. असल में जो सरकार ने कानून बनाया है उसके अनुसार कम्पनियां 200 साल पुराने पेड़ भी काट सकती हैं.