सबला नारी की निशानियाँ – समय के साथ परिवेश भी बदला है और इस परिवेश में जो तेजी के साथ बदली है नारी की छवि उसकी जिजीविषा व सोचने का नया तरीका।
जी, हां, बदलते परिवेश में अगर बिना नारी की परिवर्तन के बारे में बात कही जाए तो बदलाव पर बात कहना बेईमानी ही होगी। वो इसलिए कि समय नारी सशक्तिकरण में चल रहा है। जो केवल एक्सपेरिमेंटल स्टेज पर नहीं अपितु सशक्त तौर पर आगे की ओर देखा जा सकता है। जिसमें एक सबला नारी की निशानियाँ देखी जा सकती है।
देखा जाए तो स्त्री के लिए हर मंजिल अपनी ही है। क्योंकि स्त्रियों ने मजबूत हौसलों से यह मिसालें दुनीया को दिखा दी है। मगर अचूक मिसालों के बीच ऐसी 10 निशानियां हैं जो किसी सबला नारी की ओर बताती है।
सबला नारी की निशानियाँ –
1 – उनमें शालीनता के साथ अपनी बात को रखने का तरीका, जिनसे उनके साहस को आंका जा सकता है।
2 – एक नयी सोच के साथ वह देश के हर संस्थान में अपनी हिस्सेदारी दर्ज करा रही है। जैसे सीईओ, फ्लाइट कमांडर जैसे इनके उदाहरण हैं।
3 – वह स्वयं आगे आ रही हैं मगर अपने सह-कर्मियों को भी आगे बढ़ने के अवसर दे रही हैं।
4 – सबला नारी की पहचान आप ऐसे भी देख सकते हैं कि स्कूटर या कार जो स्त्रियों के लिए मनाही थी ऐसी सोच को वह तोड़ कर, सड़कों पर ट्रफिक नियम को फ्लो कर वाहन चला रही हैं।
5 – स्त्रियां अब घर से बाहर जाने के लिए किसी का साथ नहीं ढूंढती है।
6 – स्त्रियां केवल घर से बाहर ही नहीं बल्कि वे दुनीया की यात्रा भी अकेले कर रही हैं।
7 – पुरुषों का एक भाग है जो समझता है कि वह ज्यादा कमा कर क्या करेंगी। उन्हें बस अपने मेकअप या ड्रेस के लिए ही कमाना होता है। बाकी घर चलाने की उन्हें कोई परवाह नहीं है। जबकि बदलते परिवेश में स्त्रियां परिवार को बेहतर करने के लिए अहम योगदान दे रही है।
8 – स्त्रियां ऑफिस में जितनी सादगी के साथ काम करती है उतनी सादगी के साथ वह घर के परिजनों का भी ख्याल रखती है।
9 – स्त्रियों को अब जो मिल जाए वह काफी नहीं है क्योंकि वह अपनी इच्छानुसार कार्य का चुनाव कर, उसमें ऊंचा दर्जा हासिल कर रही हैं।
10 – इस तरह की स्त्रियों को लेकर यह अवधारणा होती है कि ऐसी स्त्रियां शादी नहीं करती है। उनमें केवल करियर की भूख रहती है। मगर यह सोच फराह खान, प्रतिभा देवी पाटिल, सुषमा स्वराज, सानिया मिर्जा के उदाहरण के आगे गलत ही साबित है ।
ये है सबला नारी की निशानियाँ – स्त्रियों की यह 10 निशानियाँ आप आस-पास देख सकते हैं। जो इस लेख में लिखी हुई सभी बातों को सही साबित कर देंगी। मगर इन बातों के अलावा एक बात यह भी है कि स्त्रियों को प्रोत्साहित करें, क्योंकि वह भी दूसरों की तरह सबल, समान हैं और स्वयं को साबित करने की पूरी कोशिश में कर रही हैं ।