इजराइल और भारत के संबंधों को लेकर अक्सर चर्चा होती है कि आखिर क्या कारण है कि भारत इजराइल पर इतना भरोसा क्यों करता है.
दरअसल, समय युद्ध का रहा हो या शीतयुद्ध का, जब जब भारत अपनी रक्षा को लेकर मुश्किल दौर से गुजरा तो उस वक्त इजराइल ने आगे बढ़कर हमारी मदद की.
आज भी इजराइल भारत को रक्षा क्षेत्र में मजबूत करने के लिए हमारी सेनाओं की रक्षा जरूरतों को पूरा करने के लिए हथियार उपलब्ध करा रहा है.
इजराइल और भारत –
1 – वर्ष 1999 के करगिल युद्ध के दौरान संकट के समय भारत के अनुरोध पर इजराइल ने रातोंरात लेजर गाइडेड बम और मानवरहित हवाई वाहन उपलब्ध कराए.
2 – मौजूदा समय में इजराइल मिसाइल, एंटी मिसाइल सिस्टम, यूएवी, टोह लेने वाली तकनीक, इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर सिस्टम, हवाई जहाज में इस्तेमाल होने वाली तकनीक बड़ी मात्रा में भारत को मुहैया कराता है.
3 – भारत के इजराइल अहमियत इससे भी जाहिर होती है कि इजराइल ने भारत को दुनिया के दवाब को दरकिनार कर फाल्कन एयरबोर्न वार्निंग एंड कंट्रोल सिस्टम (अवाक्स) बेचा था.
4 – इजराइल भारत को बराक- एक एंटी मिसाइल डिफेंस सिस्टम देने के लिए भी तैयार हो गया है. साथ ही इजराइल पाकिस्तान का मुकाबला करने के लिए भारतीय नौ सेना को एंटी बैलिस्टिक मिसाइल से भी लैस करने जा रहा है.
5 – साथ ही इजराइल भारत को करीब 8,356 स्पाइक एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल भी देने जा रहा है. जो दुश्मन के टैंक को उसकी ही जमीन पर तबाह करने में सक्षम है. स्पाइक मिसाइल की तुलना अमरीकी जेवेलिन मिसाइल से की जाती है.
6 – इसके अलावा इजराइल भारत को 10 हेरॉन टीपी यूएवी (मानवरहित हवाई वाहन) भी देने जा रहा है. इसकी मदद से भारतीय सेना की निगरानी करने और टोह लेने की क्षमता काफी बढ़ जाएगी.
7 – इजराइल भारत को सीमा सुरक्षा से जुड़े उपकरण ही नहीं बल्कि उनकी तकनीकों को भी देने का तैयार है. इसका इस्तेमाल जम्मू एंड कश्मीर के लाइन ऑफ कंट्रोल पर किया गया है.
8 – इसके अलावा इजराइल और भारत सैन्य कारोबार में सह उत्पादन और संयुक्त उपक्रम अन्य महत्वपूर्ण पहलू हैं. हाल ही में दोनों देशों द्वारा विकसित बराक-8 एलआर-एसएएम का दिसंबर, 2015 में सफलतापूर्वक प्रेक्षण किया गया.
संकट के समय भारत के अनुरोध पर इजराइल की त्वरित प्रतिक्रिया ने उसे भारत के लिए भरोसेमंद हथियार आपूर्ति करने वाले देश के तौर पर स्थापित किया और इससे इजराइल और भारत के रिश्ते काफी मजबूत हुए हैं.