यह खबर पढ़कर आपको थोड़ा अटपटा जरूर लग सकता है कि महाभारत में युधिष्ठर से यक्ष ने जो प्रश्न किए थे वे पाकिस्तान में किए थे.
लेकिन मान्यताओं पर यदि विश्वास किया जाए तो ये बात बिल्कुल सही है. क्योंकि जिस सरोवर का पानी पीकर पांडवों के चार भाई बेहोश हो गए थे वह स्थान बंटवारे में पाकिस्तान में चला गया.
गौरतलब है कि पाकिस्तान में स्थित शक्तिपीठ को देवी हिंगलाज के नाम से जाना जाता है. यह शक्तिपीठ जहां स्थित है वहां एक प्राचीन शिवलिंग भी स्थित है. जिस मंदिर में यह शिवलिंग स्थित है उसे कटासराज मंदिर के नाम से जाना जाता है.
और कटासराज मंदिर के पास ही वह सरोवर है जिसको लेकर ऐसी मान्यता है कि महाभारत काल में यहीं पर यक्ष ने युधिष्ठिर से अपने प्रश्न किए थे जो यक्ष प्रश्न के नाम से जाने जाते हैं. आज भी इस सरोवर को बड़ा ही पवित्र माना जाता है.
ऐसी मान्यता है कि इस सरोवर के जल में स्नान करने से मनुष्य के रोग और दोष दूर हो जाते हैं.
वहीं दूसरी ओर मंदिर में स्थित शिवलिंग के विषय में माना जाता है कि यह आदि काल से यहां स्थित है और इसकी इसकी स्थापना अपने आप हुई थी.
ऐसी मान्यता है कि जब जुए में राजपाट हारकर पाण्डव वन-वन भटक रहे थे तब वह इस स्थान पर भी आए थे और 4 साल तक यहां रहकर उन्होंने इस शिवलिंग की पूजा की थी.
यह शिवलिंग पाकिस्तान की राजधानी लाहौर से करीब 270 किलोमीटर की दूरी पर चकवाल जिले में स्थित है.
कटासराज में भगवान शिव और पवित्र सरोवर के अलावा राम मंदिर व अन्य देवी देवताओं के भी मंदिर हैं जिन्हें सात घरा मंदिर परिसर कहा जाता है.
धार्मिक दृष्टि से इतना महत्वपूर्ण होने के बाद भी यह कटासराज मंदिर पाकिस्तान में उपेक्षित है.
लेकिन अब जाकर पाकिस्तान की नवाज शरीफ सरकार ने हिंदुओं के इन धार्मिक तीर्थ स्थलों के रख रखाव और साफ सफाई की बात कही है.