पिछले पश्चिमी उत्तर प्रदेश के शामली जिले का कैराना कस्बा खूब चर्चा में रहा.
यहां मुस्लिम माफियों की धमकी से हिंदुओं के पलायन का मसला मीडिया से लेकर संसद तक छाया रहा. कहा गया कि कैराना दूसरा कश्मीर बनता जा रहा है.
बताया गया है कि मुस्लिमों के आतंक से हिंदू मौहल्लें खाली करके सुरक्षित स्थानों की ओर पलायन कर रहे हैं. इसके लिए कैराना से भाजपा सांसद हुकूम सिंह ने बाकयदा एक सूची तैयार कर पलायन करके जाने वाले लोगों विवरण तक जारी किया.
कैराना को कश्मीर बनने से कैसे बचाया जाए इसका हल न तो हुकूम सिंह के पास है और न ही पलायन का घुमाफिराकर स्वीकार करने वाली राज्य सरकार के पास.
लेकिन गोरखपुर से भाजपा के सांसद योगी आदित्यनाथ के पास इसका जवाब है कि कैराना को कैसे कश्मीर बनने से रोका जा सकता है.
योगी आदित्यनाथ ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश में जो चुनावी सभाएं की है उनमें बताया है कि वे कैसे कैराना ही नही पश्चिमी उत्तर प्रदेश के दो दर्जनों से अधिक स्थानों से हिंदुओं के होने वाले पलायन को रोकेंगे. योगी आदित्यनाथ खुले मंच से दावा करते हैं वे इसको रोक कर दिखाएंगे. पलायन क्यों होता है इसका कारण भी योगी के पास है.
वे बताते हैं इसके पीछे सबसे बड़ा कारण है शक्ति का संतुलन. जब तक शक्ति का संतुलन नहीं होगा तब तक पलायन नहीं रूकेगा.
योगी आदित्यनाथ सवालिया लहजे में पूछतें भी है कि जितने भी दंगे हुए उनके से अधिकांश पश्चिमी उत्तर प्रदेश में ही क्यों हुए. जबकि उनके क्षेत्र गोरखपुर मंडल में कोई दंगा नहीं हुआ. इसके पीछे वे वजह भी बताते हैं कि यदि उनके क्षेत्र में ऐसा नहीं हुआ तो इसका एक मात्र कारण हिंदू युवा वाहिनी है.
जहां जहां उनकी हिंदू युवा वाहिनी मजबूत है वहां न तो कोई गुंडा टैक्स वसूल कर सकता है और न ही कोई तुष्टीकरण की आड़ में हिंदुओं को दबा सकता है.
योगी आदित्यनाथ अपने संबोधनों में लोगों से कहते हैं कि जो शक्ति संतुलन उन्होंने गोरखपूर और पूर्वांचल में स्थापित किया है उसको अब वे पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भी स्थापित करेंगे.
योगी ऐसे लोगों को चेतावनी भी दे रहे हैं जो कैराना को कश्मीर बनाने के लिए साजिश रच रहें है. योगी संकेतों की भाषा में यह भी बता रहे हैं कि ऐसे लोगों से वे किस प्रकार निपटेंगे.
आप को बता दें कि एक ओर योगी आदित्यनाथ के चुनावी बयानों को लेकर समुदाय विशेष में गहरा रोष है तो दूसरी ओर एक वर्ग ऐसा भी जो योगी की बेबाक और बेखौफ अंजाद को पंसद कर रहा है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बाद पश्चिमी उत्तर प्रदेश में जिस नेता की सभा में सबसे अधिक भीड़ जा रही है या लोग उसको सुनने पहुंच रहे हैं वो योगी आदित्यनाथ ही हैं.