ऐसा क्या है कि कानपुर के आस पास जितने भी मंदिर है उनमें ही सारी दुनिया का सोना दबा हुआ है.
यह सवाल इन दिनों इसलिए खड़ा हो रहा है कि एक बार फिर ऐसी खबर आई है कि जिसके बाद पूरे भारत के लोगों की दिलचस्पी इस क्षेत्र के मंदिरों में अचानक से बढ़ गई है.
खबर आ रही है कि कानपुर के पास घाटमपुर में केरली गांव में एक पुराना शिव मंदिर है. उस मंदिर के नीचे खज़ाना है, सोने-चांदी के जवाहरात और वेशकीमती नगों खजाना दबा हुआ है.
इसके पहले कानपुर के पास स्थित डौंडियाखेड़ा का नाम जमीन के अंदर दबे खजाने को लेकर मीडिया में छाया रहा था.
उस वक्त उत्तर प्रदेश के कानपुर के ही समीपवर्ती उन्नाव जिले में स्थित डौंडियाखेड़ा में एक शोभन सरकार नामक मंदिर के पुजारी को सपना आया था. जिसमें उसे पता चला कि पूर्व राजा राव बख्श सिंह के किले में खजाना दबा हुआ है.
इसी प्रकार एक बार फिर केरली गांव के स्थानीय लोगों का दावा है कि वे अपने पूर्खों के समय से सुनते आ रहे हैं कि यहां मंदिर के नीचे खज़ाना दबा हुआ है.
खजाने को लेकर अफवाह तो यहां तक हैं कि इस शिव मंदिर के नीचे खज़ाना है जो अमेरिका कुल संपति से तीन गुना सोना दबा हुआ है.
यही वजह है कि अक्सर रात में लोग मंदिर के चबूतरों को खोद डालते हैं. खजाने का रास्ता ढूढने के लिए चोर कुछ दिन पहले मंदिर में स्थापित शिवलिंग का ऊपरी हिस्सा तक तोड़ कर ले गये थे. उसके बाद शिवमंदिर का एक चबूतरा खोद डाला गया.
बताया जाता है कि ये लोग बार-बार मंदिर के नीचे खज़ाना खोजने आते हैं या फिर यहां से खजाना चुरा कर ले जाते हैं, इसकी जानकारी नहीं मिली है. अलबत्ता अब इस घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस प्रशासन सतर्क हो गया है.
जबकि गांव के कुछ लोगों को उम्मीद है कि यहां भी डौंडियाखेड़ा जैसी खुइाई सरकार करा सकती है. गौरतलब हो कि डौंडियाखेड़ा कथित खजाने की खोज में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) की टीम ने 2013 में उस किले की 15 मीटर तक खुदाई की थी, लेकिन 14 दिन बाद भी सोना या उसके जैसी कोई धातु नहीं मिली है.
आपको जानकर आश्चर्य होगा कि यह पूरी खुदाई सीसीटीवी कैमरों की निगरानी में हुई थी.