हिन्दू धर्म के अनुसार शास्त्रों और वेदों में इंसान के जन्म से लेकर उसकी मृत्यु तक की सभी बातें लिखी हुई है।
शास्त्रों और पौराणिक कथाओं की बात माने तो जब एक इंसान की मृत्यु होती है तब यमराज उसके प्राण हरण करके उसे ऊपर ले जाते है।
लेकिन एक प्रचलित कथा के अनुसार व्यक्ति की मृत्यु से पहले उसे यमराज चार तरह के मृत्यु के संकेत भेजकर बता देते है कि आपकी मृत्यु का समय नजदीक है और जल्द ही उसे अपने अधूरे कामों को पूरा कर लेना चाहिये।
दरअसल मृत्यु के संकेत की इस पौराणिक कथा में यमराज और उनके एक भक्त का जिक्र है.
ऐसा कहा जाता है कि सदियों पहले यमुना नदी के तट पर अमृत नाम का एक सज्जन व्यक्ति रहता था। लेकिन वह अपनी मौत के डर की वजह से दिन-रात यमराज की भक्ति किया करता था, उसकी भक्ति से प्रसन्न होकर एक दिन यमराज प्रकट हुए। यमराज ने अमृत से कहा कि मैं तुम्हारी भक्ति से प्रसन्न हूँ। बताओ तुम क्या चाहते हो, अमृत ने यमराज से अमरता का वरदान मांग लिया, यमराज ने कहा कि जो भी जीव जन्म लेता है उसको एक ना एक दिन ये शरीर त्यागना ही पड़ता है।
तब यमराज ने उसे दूसरा वरदान मांगने को कहा.
तब अमृत ने कहा कि जब भी मेरी मृत्यु नजदीक हो तब मुझे मृत्यु के संकेत मिलने चाहिए, पहले से पता चल जाए ताकि मैं अपने परिवार के लिए कुछ प्रबंध कर सकू। तब यमराज ने उसे ये वरदान दिया साथ ही उससे ये वचन भी लिया कि जब उसे उसकी मृत्य का संकेत मिल जाए तब वह इस संसार से विदा लेने की तैयारी शुरू कर देगा।
काफी समय बीत गया और अमृत यमराज को दिया वचन भूल गया। धीरे-धीरे उसका बुढ़ापा आ गया और वो मौत के करीब पहुँच गया अब यमराज उसके प्राण हरण करने के लिए उसके सामने खड़े है। अमृत ने यमराज को छलने का आरोप लगाया कि उन्होंने उसकी मृत्यु से पूर्व किसी भी तरह के मृत्यु के संकेत नहीं दिये जिससे वो अपने परिवार के लिये कुछ नही कर सका।
तब यमराज ने उसे बताया कि किस तरह से उसे चार संकते भेजे गए थे।
- तुम्हारे बाल का सफ़ेद होना पहला संकेत था।
- तुम्हारे सारे दांतों का टूट जाना दूसरा संकेत।
- तुम्हारी आँखों की रोशनी चले जाना तीसरा संकेत था
- और तुम्हारे शरीर के सभी अंगो ने काम करना बंद कर दिया वो चौथा और आखरी संकेत था।
लेकिन तुम अपने विलासितापूर्ण जीवन के चक्कर में इन संकेतो को समझ ही नहीं पाए और मृत्यु के इतने करीब पहुँच गए। इस कथा के अनुसार यमराज हर इंसान को उसकी मृत्यु से पहले ये चार मृत्यु के संकेत देते है, ताकि इंसान अपने जरूरी काम कर सके।
शास्त्रों में कही गई बात माने तो ये चार संकेत किसी की भी मृत्यु से पहले उसे दिए जाते है। लेकिन भोग-विलास के चक्कर में लोग इन संकेतो को भूल जाते है और मौत के इतने करीब पहुँच जाते है कि तब तक बहुत देर हो जाती है।