अमेठी केवल गांधी परिवार की राजनीतिक विरासत के लिए ही नहीं जाता है बल्कि इसकी एक ओर पहचान भी है.
वह है अमेठी का राजघराना.
इस राजघराने में दशकों से विरासत को लेकर सौतनों – गरिमा सिंह और अमीता सिंह – के बीच जंग चल रही है. और राजघराने की चारदीवारी के बीच जारी सौतनों की यह जंग अब सड़कों पर भी लड़ी जा रही है.
उत्तराधिकार के दावे से शुरू हुई यह जंग चुनावों तक आ पहुंची है. जंग इतनी दिलचस्प हो चुकी है कि पूरे प्रदेश की नजरे यहां लगी हुई हैं. चुनावों के जरिए उत्तराधिकार के लिए लड़ी जा रही है इस लड़ाई में अब पति को लेकर भी जंग शुरू हो गई है.
आपको बता दें कि अमेठी विघान सभा सीट पर भाजपा की ओर अमेठी राजघराने की बहु और संजय सिंह की पहली पत्नी गरिमा सिंह मैदान में हैं जबकि कांग्रेस की ओर से संजय सिंह की दूसरी पत्नी अमीता सिंह चुनाव मैदान में है.
राजपरिवार की सौतनों – गरिमा सिंह और अमीता सिंह – के मैदान में उतरने से जहां इस चुनाव को लेकर जनता के बीच खासी चर्चा है वहीं दूसरी ओर इसने संजय सिंह की मुश्किले बढ़ा दी है.
संजय सिंह अपनी दूसरी पत्नी के पक्ष में चुनाव प्रचार में जुटे हैं.
राजघराने में सौतनों – गरिमा सिंह और अमीता सिंह – के बीच जारी विरासत की जंग में उस वक्त एक नया मोड़ आ गया जब रानी और पटरानी के बीच विधानसभा सीट पर जंग से पहले पति को लेकर दावेदारी की जंग शुरू हो गई है.
दरअसल, कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य डॉ. संजय सिंह की पहली पत्नी गरिमा सिंह ने रिटर्निंग ऑफिसर को आपत्ति भेजी है कि गरिमा सिंह ही संजय सिंह कानूनी तौर पर पत्नी हैं जबकि उनके पति संजय और अमीता लिव-इन रिलेशन में रह रहे हैं.
अमेठी से भाजपा प्रत्याशी गरिमा सिंह का कहना है, संजय सिंह हिंदू हैं और हिंदू कानून के मुताबिक पहली पत्नी के जिंदा होते दूसरी शादी की अनुमति नहीं है. ऐसे में अमीता नाम की महिला का खुद को संजय सिंह की पत्नी कहना बेहद आपत्तजिनक है.
गरिमा के मुताबिक सुप्रीम कोर्ट संजय और उनके तलाक को अवैध घोषित कर चुका है.
इतना ही नहीं गरिमा की तरफ से दी गई आपत्ति में ये भी लिखा है कि तलाक के आदेश के 25 दिन बाद ही अमीता खुद को संजय सिंह की पत्नी बताने लगी थीं जबकि तब तक अपील की सीमा खत्म भी नहीं हुई थी. लिहाजा इस दौरान संजय और अमीता मोदी (सैयद मोदी की विधवा) की शादी को वैध नहीं माना जा सकता.
गरिमा ने खुद को संजय की कानून पत्नी बताते हुए कई तथ्य धाराओं सहित पेश किए और कहा कि वह ही संजय सिंह की पत्नी हैं और कांग्रेस की प्रत्याशी अमीता सिंह की तरफ से दाखिल किया गया दावा पूरी तरह झूठा है. इस आधार पर उन्होंने अमीता का नामांकन निरस्त करने की मांग की.
गौरतलब है कि अमेठी राजघराने में रानियों की अदावत काफी पुरानी है.
इस बार चुनावों में यह अदावत राजमहल से निकलकर सड़कों तक पहुंच गई है. हालांकि गरिमा और अमीता दोनों राजमहल में एक ही छत के नीचे रहती हैं लेकिन अलग-अलग हिस्से में.
आपको बता दें कि अमेठी की पहचान कांग्रेस की परमपरागत सीट के रूप होती है.
वर्तमान में यहां से कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी सांसद है.