जैसा नाम वैसा काम.
विराट कोहली भारतीय क्रिकेट टीम का एक ऐसा सितारा, जिसने गांगुली के बाद फिर से मैदान पर शेर की तरह दहाड़ना शुरू किया.
इसकी दहाड़ से ही विरोधी टीम के खिलाड़ी घुटने टेक देते हैं. हैदराबाद में बांग्लादेश के ख़िलाफ़ अपनी चौथी डबल सेंचुरी लगाने वाले विराट की सफलता के पीछे आख़िर है कौन, जो मैच दर मैच उन्हें विराट बनाता चला जा रहा है.
असल में विराट की सफलता के पीछे किसी एक शख़्स का नाम नहीं, बल्कि कई लोग हैं. जी हां, ये हम नहीं, बल्कि ख़ुद विराट कई बार कह चुके हैं. विराट उन सभी को अपने मैच में साथ लेकर चलते हैं.
अंदाज़ा लगाने की कोशिश मत कीजिए. जी हां, अनुष्का शर्मा का नाम ग़लत है.
चलिए अब हम आपको बता ही देते हैं कि आख़िर कौन है विराट की सफलता का सरदार.
विराट कोहली की सफलता का राज़ है उसका टैटू –
जी हां, विराट का टैटू कोई साधारण टैटू नहीं है.
विराट कोहली की सफलता का राज़ – जीवन में कामयाब होने के लिए जिस तरह से आप अपने माता पिता का आशीर्वाद लेते हैं, ठीक उसी तरह विराट भी लेते हैं. फर्क़ बस इतना है कि विराट के माता पिता उनकी तरह ज़्यादा ट्रैवलिंग नहीं कर सकते, इसलिए विराट ने अपने हाथों पर अपने माता-पिता का नाम हिंदी में लिखवा लिया है. विराट कहते हैं कि इससे हर मैच में वो अपने माता पिता के आशीर्वाद के साथ उतरते हैं.
कहते हैं भगवान की कृपा जिस पर हो, वो जीवन में कभी पीछे मुड़कर नहीं देखता. शायद एक राज़ ये भी है विराट की सफलता का कि उनके साथ भगवान हमेशा रहते हैं. जी हां, सच कह रहे हैं हम. विराट के साथ भगवान हमेशा रहते हैं. दरअसल, विराट के टैटू में भगवान की बड़ी सी आंख भी है, जो विराट को हर समय सही राह दिखाती है.
भोलेनाथ के भक्तों पर कभी किसी का साया नहीं पड़ता. ठीक इसी तरह विराट के सिर पर भगवान शिव का हाथ रहता है. टैटू में बने भगवान शिव हर पल विराट को आगे बढ़ने की शक्ति देते हैं.
एक टीवी इंटरव्यू में अपने टैटू के ऊपर पूछे गए सवालों के जवाब में ख़ुद विराट ने इन बातों का ज़िक्र किया था. इस तरह की बातें आज की युवा पीढ़ी के लिए किसी सीख से कम नहीं है.
ये है विराट कोहली की सफलता का राज़ – विराट हर तरह से हर युवा के लिए एक मार्गदर्शक हैं.