बॉलीवुड का पहला किसिंग सीन – बात उस ज़माने की है, जब पेड़ों के आसपास ही हीरोइन नृत्य करके हीरो का मन मोह लेती थीं.
एक-दूसरे का हाथ पकड़ना भी नहीं दिखाया जाता था. सुहागरात का सीन दो कमरे में जलते दीए पर ख़त्म हो जाता था, तो दो प्रेमियों के किसिंग सीन को दो फूलों के टकराने से प्रदर्शित किया जाता था.
कहते ये भी हैं कि जब भारत में फिल्मों की शुरुआत हुई, तो लड़कियों के बदले लड़के ही लड़की बना करते थे.
उस समय लड़कियों का हीरोइन के रूप में चुना जाना बहुत ही कठिन था. ऐसी मान्यता थी कि अच्छे घरों की लड़कियां फिल्मों में काम नहीं करतीं.
धीरे-धीरे ज़माना बदला और फूलों के मिलने की प्रक्रिया ख़त्म सी हो गई.
अब दो प्रेमी किस पहले करते हैं शादी बाद में. फिल्मों में हीरोइनों को बड़ी मुश्किल से पूरे कपड़े में आप देखेंगे. फिल्म की शुरुआत ही कभी बेड के गरमा-गरम सीन से तो कभी लिपलॉक से शुरू होते हैं.
बात तो इस क़दर आज के सिनेमा की बिगड़ गई है कि परिवार के साथ बैठकर फिल्म देखना दूभर हो गया है.
मन में हमेशा लगा रहता है कि न जाने कब कोई ऐसा सीन आ जाए, जो हमें शर्म से भर दे. आज तो फैमिली मूवी का मतलब ही बदल गया है. खुलेआम सब दिखाया जाता है.
आज के इस बदलाव की कड़ी कहीं पीछे से जुड़ी हुई है.
बात चाहे सिनेमा की हो या वास्तविक ज़िंदगी की, शुरुआत तो पहले से ही हुई रहती है. ठीक इसी तरह आज धड़ल्ले से फिल्मों में किसिंग सीन का चलन है.
लेकिन क्या आप जानते हैं कि ये ऐसे ही आज अचानक शुरू नहीं हो गया. इसके पीछे सिनेमा का ही इतिहास है.
नई हीरोइनों के लिपलॉक आप भूल जाएंगे जब फिल्म कर्मा का किसिंग सीन देखेंगे.
जी हां, 1933 में आई फिल्म कर्मा दो भाषाओं में बनी थी, अंग्रेज़ी और हिंदी. इसमें देविका रानी और हिमांशु राय थे. इस फिल्म में दोनों का एक किसिंग सीन है. इसे ही बॉलीवुड का पहला किसिंग सीन माना जाता है. देविका रानी किस तरह से हिमांशु को किस कर रही हैं, ये आप भी देखिए. आपको छोड़ जाते हैं हम इस बॉलीवुड का पहला किसिंग सीन के साथ.
बॉलीवुड का पहला किसिंग सीन –