क्या आप खुश है?
इस सवाल का जवाब देने के लिए अगर आपको सोचना पड़ रहा है, तो आप समझ जाइये की आप कितने खुश होंगे।
वैसे आजकल की लाईफस्टाइल ही ऐसी हो गई है कि सब कुछ तो मिल सकता है लेकिन खुशियों की गारंटी नहीं है। वैसे तो खुशियों के मायने सब के लिए अलग-अलग होते है। क्योंकि जरूरी नही की सबकी खुशियों की वजह एक जैसी ही हो।
इसलिये कहा जा सकता है कि जिंदगी में सुख और दुःख वैसे ही लगा हुआ है जैसे धुप और छाव।
लेकिन अगर आपसे कहा जाये की दुनिया में एक ऐसा इंसान भी है जो पिछले 26 साल से खुश है। मतलब ये इंसान आखिरी बार दुखी 26 साल पहले हुआ था.
आपको बता दें कि इस इंसान को दुनिया का सबसे खुशहाल इन्सान घोषित किया गया है। जी हाँ मैथ्यू, दुनिया का सबसे खुशहाल इन्सान, नाम के एक शख्स को खुद यूनाइटेड नेशन (UN) ने अपनी हैप्पिनेस रिपोर्ट में धरती का सबसे खुशहाल इंसान घोषित किया है।
हालाँकि मैथ्यू को दुनिया का सबसे खुशहाल इन्सान घोषित करने से पहले उन पर लगातार 12 सालों तक रिसर्च की गई थी।
अमेरिकन यूनिवर्सिटी ने इस ख़ुशी का कारण जानने के लिए 12 साल तक उन पर रिसर्च किया, इस रिसर्च के दौरान उनके दिमाग में 256 सेंसर लगाये गए थे, जिससें उनके दिमाग के हर मूवमेंट पर नज़र रखी गई थी।
भास्कर डॉट कॉम को दिए इंटरव्यू में मैथ्यू ने कहा कि वे आखिरी बार 26 साल पहले 1991 में दुखी हुए थे।
मैथ्यू ने आगे बताया कि वे पेशे से साईंटिस्ट है और वे साल 1971 से लगातार ख़ुशी को अपनी आदत बनाने में लगे है। आपको बता दें कि मैथ्यू पिछले 45 साल से खुश रहने के वैज्ञानिक तरीको पर कई रिसर्च कर है।
मैथ्यु अपने ने आखिरी बार दुखी होने का कारण भी बताया है, उन्होंने बताया कि साल 1991 में उनके गुरु की मौत हो गई थी।
वैसे उनका आगे कहना है कि दुनिया का सबसे खुशहाल इन्सान बनना आसान नहीं है, कई मौको पर आपको इसकी कीमत भी चुकानी पड़ती है।