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पूरा देश डूबा है 68वें गणतंत्र दिवस के जश्न में, लेकिन क्या आप जानते हैं ये दिन इतना खास क्यों है !

गणतंत्र दिवस

जहां अनेकता में भी एकता की मिसाल देखने को मिलती है, जहां अनेक जाति-धर्म के लोग एक साथ रहते हैं, जहां विविध प्रकार की बोलियां बोली जाती हैं और तो और जहां हर पर्व और त्योहार को बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है.

ऐसा कोई देश नहीं है जहां पर इतनी सारी खूबियां एक साथ देखने को मिले. अगर ये सब आप कहीं देख सकते हैं तो वो है दुनिया का इकलौता देश जिसे भारत कहते हैं.

जिस तरह से यहां सारे पर्व और त्योहारों का जश्न बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है ठीक उसी तरह 26 जनवरी और 15 अगस्त दो ऐसे राष्ट्रीय दिवस हैं जिन्हें हर भारतीय खुशी और उत्साह के साथ मनाता है.

जैसे हर साल 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस ब्रिटिश शासन से भारत की आजादी की खुशी के लिए मनाया जाता है वैसे ही हर साल 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस भारतीय संविधान को लागू करने के लिए मनाया जाता है.

आज पूरा देश 68वें गणतंत्र दिवस का जश्न मना रहा है ऐसे में हम उन लोगों को इस दिन की अहमियत से रूबरू कराना चाहते हैं जो सच में नहीं जानते हैं कि ये दिन आखिर इतना खास क्यों है.

26 जनवरी का यह दिन है बेहद खास

26 जनवरी का दिन हर हिंदुस्तानी के लिए बेहद मायने रखता है इसलिए नहीं क्योंकि इस दिन देशभर में छुट्टी होती है बल्कि ये दिन इसलिए मायने रखता है कि इस दिन हम सभी उस भारतीय संविधान के प्रति अपना आभार प्रकट कर सकें जिसके चलते हम आज अपना सिर गर्व से उठाकर जी रहे हैं.

जी हां, हमारे देश के संविधान को सम्मान देने के लिए ही हर साल 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के रुप में मनाया जाता है. सन 1950 में आज ही के दिन हमारे देश में संविधान को लागू किया गया था जिसके बाद हमारा भारत पूर्ण गणतंत्र देश बना और यहां के लोग अपने मौलिक अधिकारों से रूबरू हो सके.

हमारा ये संविधान डॉ. बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर की देन है. यह एकमात्र ऐसा संविधान हो जो लिखित रुप में सबसे बड़ा संविधान माना जाता है. इस संविधान की निर्माण प्रक्रिया 2 साल 11 महीने और 18 दिन में पूरी हुई थी.

इस दिन उन महान देशभक्तों को याद करके श्रद्धांजलि अर्पित की जाती है जिन्होंने देश को गौरवशाली गणतंत्र राष्ट्र बनाने के लिए हंसते-हंसते अपने प्राणों को न्योछावर कर दिया था.

गणतंत्र दिवस से जुड़ी खास बातें

26 जनवरी 1950 से हर साल देशभर में गणतंत्र दिवस को बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है. इस खास मौके पर तरह-तरह के कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है और हो भी क्यों ना क्योंकि गणतंत्र दिवस से जुड़ी ये बातें ही इस दिन को हर किसी के लिए बेहद खास बनाती हैं.

– 26 जनवरी 1930 के दिन को पूर्ण स्वराज दिवस के रुप में जाना जाता है और इसी दिन को ध्यान में रखते हुए भारतीय संविधान को भी 26 जनवरी 1950 के दिन सुबह 10.18 मिनट पर लागू किया गया था.

भारतीय संविधान को अंग्रेजी और हिंदी भाषा में हाथ से लिखा गया था. भारतीय संविधान की हाथ से लिखी मूल प्रतियां संसद भवन के पुस्तकालय में आज भी सुरक्षित रखी हुई हैं.

भारत के पहले राष्ट्रपति डॉ.राजेंद्र प्रसाद ने गवर्नमैंट हाऊस में 26 जनवरी 1950 को शपथ ली थी. इसलिए गणतंत्र दिवस के अवसर पर राष्ट्रपति तिरंगा फहराते हैं और हर साल 21 तोपों की सलामी दी जाती है.

गणतंत्र दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री अमर ज्योति पर शहीदों को श्रद्धाजंलि देते हैं जिन्होंने देश की आजादी के लिए अपना बलिदान दिया. इसके साथ ही विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है.

गणतंत्र दिवस के बाद 29 जनवरी को विजय चौक पर बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी का आयोजन किया जाता है जिसमें भारतीय सेना, वायुसेना और नौसेना के बैंड हिस्सा लेते हैं. यह दिन गणतंत्र दिवस के समारोह के समापन के रूप में मनाया जाता है.

वाकई में गणतंत्र दिवस हर भारतीय के लिए बेहद खास है क्योंकि इसी दिन देश का संविधान लागू हुआ था जिसकी बदौलत हर आदमी अपने संवैधानिक अधिकारों को पहचान सका.

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