अमेरिका को इन दिनों आईएसआईएस यानी इस्लामिक स्टेट इन इराक एंड सीरिया के सरगना अबू बकर अल बगदादी की जोर शोर से तलाश है.
अमेरिका अबू बकर अल बगदादी को किसी भी कीमत पर हासिल करना चाहता है.
इसके लिए उसने घोषणा की है कि जो कोई भी उसे बगदादी का पता या सुराग देगा ऐसे व्यक्ति को अमेरिका 2.5 करोड़ डॉलर का इनाम देगा.
इस खबर के आने के बाद दुनिया में जासूसी करने वाली कई कंपनिया सक्रिय हो गई हैं. इसके लिए उन्होंने अपने एजेंटों को सक्रिय कर दिया है, क्योंकि लादेन की तरह अबू बकर अल बगदादी भी अपना हुलिया बदलकर किसी ऐसी जगह भागकर छिप सकता है जो क्षेत्र आतंकवाद के प्रभाव से मुक्त हो.
इसके अलावा ऐसे लोगों पर भी विशेष नजर रखी जा रही है जो हाल में आईएसआईएस में काम करके लौटे हैं. उनसे अबू बकर अल बगदादी की पहचान और आईएसआईएस के ठिकाने के बारे में जानकारी जुटाने के प्रयास किए जा रहे हैं.
लेकिन इस प्रकिया से बगदादी का पता खोजना आसान काम नहीं है.
इसको देखते हुए अमेरिकी ने पैसे का लालच देकर एक नया दांव चला है. अमेरिका को मालूम है कि अबू बकर अल बगदादी के भय के कारण लोग उसका पता बातने में एक बार को डर सकते हैं लेकिन करोड़ों की रकम देखकर उनके मन मे लालच आ सकता है. इनाम की मोटी रकम देखकर कई लोग बगदादी को खोजने में जुट जाएंगे. जिससे जहां अमेरिका को मदद मिलेगी वहीं बगदादी की भी रातों की नींद हराम हो जाएगी. क्योंकि अब उसको डर सताने लगेगा कि कहीं पैसे के लालच में उसको कोई साथी ही उसकी सूचना अमेरिका को न पहुंचा दे.
गौरतलब है कि अमेरिका ने 2.5 करोड़ डॉलर का इनाम वर्ष 2011 में ओसामा बिन लादेन के लिए भी घोषित किया था और उसी साल मई में अमेरिकी नौसेना के सील कमांडो के दल ने पाकिस्तान में अल कायदा सरगना लादेन को मार दिया था.
जानकारों का मानना है कि अमेरिका को उस वक्त लादेन के बारे एक व्यक्ति से ही खुफिया सूचना मिली थी कि लादेन पाकिस्तान में रह रहा है. अमेरिका ने उस खबर को डेवलप कर लादेन को खोज निकाला था.
वहीं इस बार भी कुछ ऐसा ही अबू बकर अल बगदादी को लेकर किया है. अमेरिकी विदेश विभाग की ओर से कहा गया है कि अबू बकर अल बगदादी से जो खतरा है, उसके चलते विदेश विभाग ने 2011 में उसके ठिकाने, गिरफ्तारी एवं अभियोजन के संबंध में सूचना देने के लिए जो 1 करोड़ डॉलर का इनाम घोषित किया गया था. लेकिन अब उसकी राशि काफी बढा दी गई है.
इसके बाद अमेरिका को उम्मीद है कि दुनिया भर की खुफियां एजेंसिया ही नहीं बल्कि लोग भी बगदादी की खोज में लग जाएंगे, क्योंकि 2.5 करोड़ अमेरिकी डालर मामूली रकम नहीं होती है.