फ्रांस की राजधानी पेरिस में इन दिनों चूहों का आतंक इस कदर व्याप्त है कि उनको काबू में करने में प्रशासन को नाको चने चबाने पड़ रहे हैं.
चूहों का आतंक काबू में करने के लिए पेरिस प्रशासन की ओर से किए जा रहे तमाम प्रयास विफल हो जाने के बाद कोई रास्ता न सूझ प्रशासन ने पेरिस में पार्कों को अस्थाई तौर पर बंद कर दिया है.
दरअसल, ऐसा इसलिए किया है चूहों की तेजी से बढ़ती आबादी पर काबू पाने के लिए पेरिस प्रशासन की ओर से किए गए सभी प्रयास विफल रहे हैं. पेरिस में चूहों का आतंक का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि शहर में चूहों का आतंक और चूहों की बढ़ती आबादी कम करने के लिए चूहों को पकड़ने की बाकायदा एक मुहिम शुरू की गई है.
इसके लिए पार्कों को अस्थाई तौर पर बंद कर दिया है.
गौरतलब है कि चूहों को पकड़ने के लिए नए पर्यावरण मित्र पिजरों को बागों में लगाया जा रहा है. अभियान में कोई व्यवधान न आए इसके लिए पेरिस सिटी हॉल ने अस्थाई तौर पर शहर के पार्कों और बागों को आम जनता के लिए बंद किया है.
क्योंकि होता क्या है कि पार्कों में जो लोग टहलने आते हैं वे अपने साथ खाने पीने की चीजे भी लेकर आते हैं. बच जाने पर वे उसको वहां कूड़ेदान या खाली जगह पर डाल देते हैं. जिसको खाने के लिए चूहें आते हैं. खाने की भरमार के चलते वहां दिन ब दिन चूहों की संख्या में इजाफा हो रहा है.
यही वजह है कि पेरिस प्रशासन ने जनता से भी अपील की है कि वो चूहों को न तो भोजन डाले और न ही अपना बचा खाना पार्कों में फेंके. इसके साथ पेरिस में पार्कों व सार्वजनिक स्थानों पर रखे जाने वाले कूड़ेदानों को इस तरह से बनाया जा रहा है ताकि चूहे उसमें घुसकर वेस्ट पड़ा खाना न खा सके.
आपको बता दे कि चूहा पकड़ अभियान के तहत पेरिस में अभी तक पांच पार्कों को बंद किया जा चुका है.
अधिकारियों का कहना है कि हाल के दिनों में चूहों की जनसंख्या में भारी बढ़ोतरी दर्ज की गई है. उनको रोकने के तमाम प्रयास विफल रहे हैं.
ऐसा अनुमान है कि पेरिस में इस समय प्रति व्यक्ति पर 2.5 चूहे हैं.
यदि समय रहते चूहों की जनसंख्या को नियंत्रित नहीं किया गया तो आने वाले दिनों में पेरिस की सड़कों पर चूहों का आतंक इतना बढ़ जायेगा कि सैलानी नहीं बल्कि चूहें घूमते नजर आएंगे.