पिछले दिनों से भारत और पाकिस्तान दोनों के रिश्तों में खटास चल रही है.
पाकिस्तान जिस तरह से सीमापार से फायरिंग करता है उसको लेकर भारत ने पाक के साथ सभी तरह के रिश्तों को खत्म कर दिया है.
इसी कड़ी में भारत और पाक का क्रिकेट खेल भी लम्बे समय से प्रभावित हो रहा है. आने वाले दिनों में भारत को इंग्लैंड के अंदर चैम्पियन ट्राफी खेलनी है. इस टूर्नामेंट में भारत और पाकिस्तान को शुरुआत में ही ग्रुप मैच खेलना है. लेकिन जिस तरह से दोनों देश के हालात हैं उसके अंदर किसी भी तरह का मैच भारत खेलना नहीं चाहता है. बीसीसीआई पाक के साथ क्रिकेट खेलने के लिए तैयार नहीं है.
लेकिन वहीं दूसरी तरफ कप्तान महेंद्र सिंह धोनी मानते हैं कि चैम्पियन ट्राफी में पाक के साथ ना खेलने से भारत को नुकसान होगा.
धोनी खेलना चाहते हैं पाक के साथ इसलिए वह बीसीसीआई से पाक के साथ खेलने की अनुमति चाहते हैं.
तो इसलिए धोनी खेलना चाहते हैं पाक के साथ
महेंद्र सिंह धोनी जानते हैं कि अगर भारत पाकिस्तान के साथ नहीं खेलता है तो उस मैच के अंक पाकिस्तान को दे दिए जायेंगे. ऐसा आईसीसी इसीलिए करेगा क्योकि पाक तो भारत के साथ खेलने के लिए तैयार है. भारत अगर पाकिस्तान के साथ इंग्लैंड में नहीं खेलता है तो इंग्लैंड को भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है. भारत-पाक मैच से इंग्लैंड को भी भारी आमदनी होने वाली है और अगर यह मैच जो 4 जून 2017 को होने वाला है वह नहीं होता है तो इंग्लैंड को चैम्पियन ट्राफी का कोई फायदा नहीं होने वाला है.
लेकिन कप्तान धोनी की चिंता यही है कि इस मैच को किसी भी हालत में खेलना है और पाकिस्तान को हराकर उससे बदला लेना है. भारत पाकिस्तान को आसानी से हराकर देश को बड़ा तोहफा देना चाहता है. ऐसा ही कुछ धोनी का भी मत है.
धोनी के दिमाग का प्लान
धोनी वापस से अपने करियर को इस मैच के दम पर ऊपर भी लाना चाहते हैं.
धोनी जानते हैं कि अगर यह मैच होता है तो मीडिया और विश्वभर में कुछ एक महीने पहले से ही धोनी की चर्चाओं का बाजार गर्म हो जायेगा.
पाकिस्तान को हराने पर बीसीसीआई का खोया विश्वास भी एक बार फिर से धोनी पर हो जायेगा. इसलिए धोनी किसी भी हालत में यह मैच कराना चाहते हैं. तो इंडियन टीम अगर पाक से 4 जून वाला मैच नहीं खेलती है तो इसका नुकसान यह होगा कि बिना खेले उसके नंबर भी कम हो जायेंगे और वहीं तब टीम का टूर्नामेंट जीतने का प्लान भी कमजोर हो जायेगा.
तो कुल मिलाकर यही दो कारण हैं जिसके कारण कप्तान महेंद्र सिंह धोनी पाकिस्तान के साथ 4 जून के मैच को खेलना चाहते हैं.
सबसे बड़ी बात यह है कि धोनी खेलना चाहते हैं पाक के साथ और हराकर देश को जीत का तोहफा देना चाहते हैं. आने वाले 17 दिसंबर को इसी विषय पर बीसीसीआई और पाक क्रिकेट बोर्ड बैठक करने वाले हैं. खेल के द्वारा रिश्तों को सुधारना भी इस बैठक में दोनों बोर्ड का मुद्दा रह सकता है.