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इस गाने को सुनते ही लोग कर लेते है खुदखुशी ! जानिये क्यों !

ग्लूमी संडे

संगीत दुनिया में खुदा का दिया हुआ सबसे खुबसूरत तोहफा है।

क्योंकि जो सुकून संगीत सुनने में मिलता है वो किसी और काम को करने से नहीं मिलता और दुनिया का शायद ही कोई ऐसा इंसान होगा जिसको म्यूजिक और गानें पसंद नहीं आते होंगे। ऐसा कहा जाता है की संगीत से मुर्दों में भी जान फूंकी जा सकती है। लेकिन ये बात सुनकर आप बिल्कुल ही चौंक जायेंगे कि दुनिया में ऐसे गाने भी बनाये गए है जिसको सुनकर लोग आत्महत्या करने को मजबूर हो जाते है।

कहतें हैं अगर दिल को खुश करना हो या अपने गम को भुलाना हो तो लोग अक्सर गानों का सहारा लेते हैं।

लेकिन आप ने कभी सुना है कि कोई गाना ऐसा हो जिसे लेकर इतना बड़ा विवाद खड़ा हो जाए की उसे बैन करना पड़े।

आप ये सुन के तो हैरान हो गए ना।

हैरान होने की जरूरत नही है हम आप को बतातें हैं कि इस गाने को सुनने के बाद आखिर ऐसा क्या होता था कि लोग इस गीत को सुनने के बाद आत्महत्या कर लेते थे।

संगीतकार की कहानी- 

वर्ष 1889 में जन्में ‘रेजसो सेरेस’ प्यानो बहुत अच्छा बजाते थे।

वो एक गीतकार के रूप में अपनी पहचान बनाना चाहते थे। लेकिन बहुत संघर्ष करने के बाद भी उन्हें ब्रेक नहीं मिल पाया। उनका ज्यादातर जीवन गरीबी में ही बीता था। उनकी असफलताओं से उनकी गर्लफ्रेंड इतनी परेशान हो गई थी कि उसने सेरेस को कोई छोटी-मोटी नौकरी करके अपना गुजारा करने की सलाह दी। लेकिन सेरेस अपना नाम कमाना चाहते थे। उन्होंने अपनी गर्लफ्रेंड की बात मानने से इंकार कर दिया।  इस वजह से 1932 में एक दिन उनकी गर्लफ्रेंड उन्हें हमेशा के लिए अकेला छोड़कर चली गई।

अपने कॅरियर के बाद अपने प्यार से मिले धोखे ने सेरेस को बहुत बड़ा सदमा पहुंचाया।

उस दिन से कई दिनों तक वो प्यानो पर दर्दभरे साज छेड़ते रहे। साथ ही उन्होंने 1933 में ग्लूमी संडे नाम का एक गीत भी लिखा और इसे अपनी उदासी भरी आवाज में यूं ही गा दिया। देखते ही देखते ये गाना उनके दोस्तों के बीच मशहूर होते हुए पूरी दुनिया के लोगों की जुबां पर चढ़ गया।

ग्लूमी संडे सुनने से होने लगी आत्महत्या की घटनायें –

इस गाने के हिट होते ही रहस्यमय घटनाएं भी घटने लगी।

सबसे पहली घटना बर्लिन में हुई, जहां एक लड़के ने ये गाना सुनकर अपने आपको गोली मार ली। वहीं न्यूयार्क में एक बुजुर्ग 7वीं मंजिल से नीचे कूद गए। हंगरी की एक 17 साल की लड़की ने इस गाने को सुनते हुए खुद को पानी में डुबो लिया। इसके अलावा भी दुनिया भर में ऐसी हजारों स्यूसाइड की घटनाएं घटती चली गई, जिसकी वजह ये गाना था।

ग्लूमी संडे आत्महत्या की वजह-

इस गीत में इतना दर्द था की जो इस गीत को एक बार सुनता उसे अपने दर्द का अहसास होने लगता आलम कुछ ऐसा हुआ की इस गाने को सुनने के बाद कई लोगों ने आत्महत्या कर ली। इस गीत को इतना मनहूस माना जाता है कि इस गाने पर 63 साल के लिए बैन लगा हुआ था। प्रेम कहानी पर आधारित दुनिया का सबसे दर्दभरा गीत इसे ही माना जाता है।

इस गाने में प्रेमकहानी का दर्द बयां किया गया है। जिसे सुनकर लोग आत्महत्या करने लगे।

ग्लूमी संडे को फिर से कंपोज किया गया-

यहीं नही इसे रोकने के लिए एक जादूगर ने फिर से गाने को फिर से कंपोज किया लेकिन यह सिलसिला नही थमा।

उसके बाद इस गाने को दुनिया का सबसे मनहूस गाना माना जाने लगा और साल 1941 में गाने पर बैन लगा दिया गया था जिसके बाद 2003 में इस गाने से दुबारा बैन हटा लिया गया। फिलहाल इस गाने को सुनकर आप भी हैरान हो जाएंगे की आखिर इस गाने में ऐसा क्या है।

इस गाने की भयावयता को देखने हुए आपको भी सलाह दी जाती है की इस गाने को आप सुने या ना सुने लेकिन आत्महत्या नहीं करना।

 

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संगीत