नरेंद्र मोदी को जान का खतरा – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा काले धन के मुद्दे पर अपनी जान के खतरे को लेकर जो बयान दिया है, वो जान का खतरा प्रधानमंत्री बनने के बाद से नहीं बल्कि उस दिन से है जब वे गुजरात के मुख्यमंत्री हुआ करते थे।
प्रधानमंत्री बनने से पहले भी नरेंद्र मोदी को जान का खतरा था. दो बार उन्हें जान से मारने का प्रयास किया गया है।
लेकिन दोनों ही बार मोदी को मारने की साजिश कामयाब नहीं हुई।
सबसे पहले वर्ष 2004 में गुजरात के मुख्यमंत्री रहते हुए उनको मारने की साजिश हुई थी।
जबकि दूसरी बार अक्टूबर 2014 में नरेंद्र मोदी को मारने की साजिश की गई।
नरेंद्र मोदी का जन्म 17/9/1950 को गुजरात के मेहसाणा में हुआ था।
उनकी राशि वृश्चिक है। जिसमें अभी शनि का गोचर है। उनकी कुंडली में चंद्रमा नीच का एवं मंगल उसके साथ ही स्थित है। इससे उन्हें बल प्राप्त होता है। शनि का वर्तमान गोचर अभी वृश्चिक राशि में बना हुआ है। इस कारण उन्हें कुछ तकलीफ एवं विरोध का सामना करना पड़ रहा है। शनि का गोचर 27/1/2017 को वृश्चिक से समाप्त हो जाएंगा उसके बाद से उनकी स्थिति अोर ज्यादा मजबूत हो जाएंगी।
कार्य करने में भी आसानी होंगी एवं विरोधीयों को बडी राजनीतिक हानी पंहुचाने में सफल होंगे।
वर्तमान जो नरेंद्र मोदी को जान का खतरा बताया जा रहा है, वह गुरु के मजबूत होने से नही है।
अागे भी नरेंद्र मोदी को जान का खतरा होने की संभावना नही बन पाएंगी।
जो ऐसा करने का प्रयास भी करेगा उसको मुंह की खानी पड़ेंगी । शुक्र-शनि की युति वृश्चिक राशि में होने से उनके शत्रु हमेशा हताश होत है। जनवरी के बाद से उनकी राशि से उतरता हुआ शनि का ढै्य्या रहेंगा, जो उनके लिए आेर भी ज्यादा लाभकारी होंगा।
आगे आने वाले राज्यों के चुनाव में उनकी पार्टी को उनकी वजह से ज्यादा सफलताएं प्राप्त होंगी।