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अमित शाह ने मुलायम और शिवपाल को कुछ इस अंदाज में धमकाया !

बूथ कैपचरिंग

भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने मुलायम के गढ़ इटावा में छाती ठोककर कह गए कि इस बार डरना मत.

मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि इस बार यूपी में गुंडे बूथ कब्जा नहीं कर पाएंगे. क्योंकि इस बार बूथ पर यूपी नहीं सेंट्रल फोर्स आएगी. इतना ही नहीं, इस बार विधानसभा चुनाव में यूपी में भाजपा इटावा से ही आगे बढ़ेगी.

इसीलिए मै यहां आया हूं.

अमित शाह का मुलायम के गढ़ इटावा को रैली के लिए चुनना और यह कहना कि इस बार चुनावों में यहां उत्तर प्रदेश पुलिस नहीं बल्कि केंद्रीय पुलिस बल तैनात होगा बहुत मायने रखता है.

अमित शाह के बयान के मायने क्या है इसको कोई और समझे या न समझे लेकिन मुलायम और शिवपाल जरूर समझ गए होंगे. आखिर अमित शाह ने उनके गढ़ में छाती ठोककर ये संदेश क्यों दिया है. यानी मतलब साफ है. शिवपाल और मुलायम सिंह यादव सावधान हो जाइए, क्योंकि इस बार आपको अखिलेश से ही नहीं केंद्रीय पुलिस बल से भी पार पाना है.

गौरतलब है कि वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में मुलायम सिंह के गढ़ समझे जाने वाले इस क्षेत्र में चुनाव और मतगणना के दौरान जमकर धांधली हुई थी. कहा जाता है कि अगर चुनावों में धांधली नहीं होती तो सपा लोकसभा में 5 नहीं केवल 2 सीट ही जीत पाती. एक मुलायम सिंह तो दूसरी बंदायू की धर्मेंद्र यादव वाली.

डिम्पल यादव और अक्षय यादव चुनाव हार रहे थे तो वहीं आजमगढ़ में मूलायम को चुनाव जिताने में बूथ कैपचरिंग और मतगणना में हेराफेरी की महत्वपूर्ण भूमिका थी. लोकसभा चुनावों में सपा के लोगों ने किस प्रकार खुलेआम बूथ लूटे इसके वीडियों तक बनकर सामने आए लेकिन सूबे में सपा की सरकार होने के कारण प्रशासन डर कर पीछे हट गया.

इस क्षेत्र में चुनावों में बूथ कैपचरिंग का पुराना इतिहास है.

जब मुलायम सिंह पहली बार मुख्यमंत्री बने थे तो उस दौरान भी यहां जमकर बूथ कैपचरिंग हुई थी. उसके बाद से यहां ये परंपरा निरंतर चल रही है.

भाजपा में इस चीज को सबसे पहले पकड़ा कल्याण सिंह ने. इस बार लोकसभा चुनाव में भी उन्होंने मुलायम के गढ़ में बूथ लूटे जाने को लेकर पहले ही भाजपा को आगाह कर दिया था. लेकिन तब उनकी किसी ने नहीं सुनी थी.

लेकिन इस बार अमित शाह कल्याण सिंह की नसीहत को गंभीरता से ले रहे हैं. क्योंकि यदि उत्तर प्रदेश में सरकार बनानी है तो मुलायम के इस गढ़ में जहां भाजपा को लोगों का अच्छा समर्थन हासिल है, में निश्पक्ष चुनाव कराना बहुत जरूरी है.

यही कारण है कि जबरदस्त भीड़ से उत्साहित शाह छाती ठोककर कह रहे हैं कि उन्हें 2014 से ज्यादा का अच्छा माहौल 2017 में दिख रहा है.

यूपी में भाजपा दो तिहाई बहुमत से सरकार बनने जा रही है.

आपको विश्वास दिलाता हूं कि इस बार यूपी में गुंडे बूथ कैपचरिंग नहीं करेंगे, सेंट्रल फोर्स आएगी.