ENG | HINDI

दो रात से पुलिस ने चारों ओर से क्यों घेरा हुआ है उतर प्रदेश के इस गांव को?

बिसाहड़ा गांव

बिसाहड़ा गांव में मुस्लिमों के घरों पर ताले लटके हैं.

उन्होंने एक एक कर अपने परिवार के सभी सदस्यों को गांव से निकाल लिया है. वे अपना घर बार छोड़कर अपने रिस्तेदारों के यहां चले गए हैं.

गांव में दहशत का आलम यह है कि मुस्लिम समुदाय का कोई भी व्यक्ति गांव के आस पास भी नहीं जा रहा है.

वहां सभी स्कूल काॅलेज बदं है.

बिसाहड़ा गांव को चारों ओर से पुलिस और पीएसी ने घेरा हुआ है. गांव से लोगों को जाने की तो आज्ञा है लेकिन अंदर आने की परमिशन किसी को नहीं है. किसी बाहरी व्यक्ति को गांव में आने नहीं दिया जा रहा है. लेकिन इसके बावजूद भी लोग पुलिस के पहरे को धता बताकर गांव में घुस रहे हैं.

आस पास के गावों से यहां लोग बिसाहड़ा गांव के युवक राॅबिन की डेड बाॅडी को देखने के लिए पहुंच रहे हैं. आपको बता दे कि गत वर्ष बिसाहड़ा में गौहत्या के आरोप में ग्रामीणों ने गांव के ही अखलाक की पीट पीट कर हत्या कर दी थी. उसमें पुलिस ने जिन आरोपियों को पकड़ा था. उसमें से एक आरोपी राॅबिन की जेल में चिकनगुनिया से मौत हो गई.

बिसाहड़ा गांव

गांव वालों का शक है कि उसकी मौत के लिए प्रशासन ने जानबूझकर लापरवाही की है. गांव वालों का आरोप है कि सूबे की सपा सरकार और जिला प्रशासन शुरू से ही एक समुदाय विशेष को खुश करने के लिए काम कर रहा है.

ग्रामीण व परिजन बिसाहड़ा गांव में गौहत्या के आरोपी जान मोहम्मद की गिरफ्तारी व राॅबिन की मौत के लिए जिम्मेदार जेलर के खिलाफ एफआइआर सहित अन्य मांगें पूरी होने तक अंतिम संस्कार न करने पर अड़ गए हैं.

ग्रामीणों ने शव को घर के बाहर डीप फ्रीजर में रखवा दिया है. वहां बड़ी संख्या में लोगों के अलावा महिलाएं, युवा व बच्चे जमा हो रहे हैं. नेताओं के पहुंचने का सिलसिला भी जारी है. वहां जिस प्रकार भाषण हो रहे हैं और भीड़ उमड़ रही है उसने प्रशासन के होश उड़ा दिये.

बिसाहड़ा गांव

भीड़ में सपा सरकार और कैबिनेट मंत्री आजम खां के खिलाफ काफी गुस्सा है.

साध्वी प्राची ने तो सीधे तौर पर कहा कि आजम ने ही राॅबिन की हत्या कराई है. सुरक्षा के लिहाज से सभी रास्ते-गलियां पुलिस व पीएसी के हवाले हैं. पुलिस को डर है कि आक्रोशित गांव वाले कहीं मुस्लिम समुदाय को अपना निशाना न बना लें.

एक दिन पूर्व कुछ युवाओं ने मस्जिद पर हमले की कोशिश की थी. पर लोगों ने उन्हें रोक दिया था. इसका पता चलते ही प्रशासन ने मस्जिद और मुस्लिमों के घरों की सुरक्षा पुख्ता कर दी है. लेकिन गांव में मुस्लिम समाज खौफ में है जिस कारण उसने बिसाहड़ा गांव खाली कर दिया है.