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पांच दिन में दूसरी बार स्पष्टीकरण क्यों हो रही है चीन को इतनी घबराहट

चीन बेचैन

सीमा पर भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ रहे तनाव से चीन बेचैन हो गया है.

इतिहास में ऐसा पहले कभी नहीं हुआ, जब भारत और पाक के बीच तनातनी को लेकर चीन चीन बेचैन हुआ हो, चीन के माथे पर चिंता की लकीर नजर आई हो.

पांच दिन के अंदर पाकिस्तान को लेकर चीन की सरकार की ओर से भारत को पांच बार स्पष्टीकरण दिया जा चुका है. नहीं तो अक्सर ऐसे मौको पर चीन खामोश रहकर भारत की चिंताओं में इजाफा करता रहा है.

उरी में भरतीय सेना के कैंप पर गत दिनों हुए आतंकी हमले के बाद मीडिया में चीन और पाकिस्तान को लेकर कई बयान आए है. उन बयानों से ऐसा प्रतीत हुआ कि कश्मीर और वहां आतंकी हमलों को लेकर चीन पाकिस्तान की हिमायत कर रहा है. इन बयानों को लेकर भारतीय मीडिया और जनता में काफी तीखी प्रतिक्रिया हुई.

इसके बाद चीन बेचैन है – चीन को डर सताने लगा कि जिस प्रकार भारत में पाकिस्तान को लेकर माहौल बन रहा है अगर पाक का साथ देने को लेकर चीन के विरूद्ध भी भारत में माहौल बन गया तो मुसीबत खड़ी हो जाएगी.

इससे पाक को तो नुकसान होगा लेकिन चीन बेकार में मारा जाएगा, क्योंकि चीन का भारत के साथ अरबों डाॅलर का द्विपक्षीय व्यापार है.

यही कारण है कि चीन ने साफ कर दिया कि वह भारत और पाकिस्तान के संभावित युद्ध या अन्य किसी विवादास्पद मामले में नहीं उलझने वाला.

गौरतलब है कि चीन का यह स्पष्टीकरण पांच दिन में दूसरी बार आया है.

पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के मुख्यमंत्री व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के भाई शाहबाज शरीफ ने गत दिनों को बयान जारी करके कहा था कि युद्ध की स्थिति में चीन पाकिस्तान का साथ देगा. पाकिस्तानी मीडिया की कई रिपोर्टो में भी ऐसा ही दावा किया गया था.

चीन सरकार का आधिकारिक बयान युद्ध की स्थिति में निष्पक्ष भूमिका अदा करने से संबंधित है.

यह बयान बिल्कुल स्पष्ट है. वाणिज्य दूत बोरेन की पंजाब के मुख्यमंत्री शाहबाज शरीफ से मुलाकात के बाद मुख्यमंत्री कार्यालय ने बयान जारी करके युद्ध की स्थिति में चीनी सहयोग का दावा किया था. साथ ही कश्मीर मुद्दे पर भी पाकिस्तान को चीन के सहयोग का दावा किया गया था. बोरेन का कश्मीर मुद्दे पर पाकिस्तानी नेताओं वाली भाषा बोलते हुए उल्लेख किया गया था, जिसमें कश्मीरियों पर अत्याचार की बात कही गई है.

चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता जेंग शुआंग ने कहा मीडिया में आई उस खबर को भी गलत बताया जिसमें चीन के सैनिकों के सीमा पार करके भारतीय क्षेत्र में जाने और वहां पर शिविर स्थापित करने की बात कही गई है.

भारत के संभावित हमले से घबराएं पाकिस्तानी मीडिया ने न्यूयॉर्क में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ और चीन के प्रधानमंत्री ली की मुलाकात के बाद दावा किया था कि चीनी प्रधानमंत्री ने पाक प्रधानमंत्री शरीफ को कश्मीर मुद्दे और भारत के साथ होने वाले किसी टकराव पर साथ देने का वादा किया है.

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