अंग्रेजों ने भारत की स्वतंत्रता के समय हैदराबाद को एक स्वतंत्र रियासत घोषित किया था.
यह एक ऐसी रियासत थी जिसके राजा की वजह से वह भारत में विलय के लिए तैयार नहीं थी. कुछ पुस्तकें बताती हैं कि हैदराबाद के लोग तो भारत में शामिल होने के लिए तैयार थे, किन्तु राजा हैदराबाद को एक तरह से पाकिस्तान बनाने की सोच रहा था.
तो आखिर ऐसा क्या हुआ था कि भारतीय सेना को आपरेशन पोलो के तहत हैदराबाद में जाकर कार्यवाही करनी पड़ी थी और हैदराबाद को भारत में शामिल कराना पड़ा था?
आज हम आपको आपरेशन पोलो की सारी कहानी बताने वाले हैं-
आपरेशन पोलो –
1. हैदराबाद के निजाम उस्मान अली खान आसिफ शाह ने सन 1947 में ही फैसला ले लिया था कि हैदराबाद एक स्वतंत्र रियासत रहेगी. यह ना पाकिस्तान में होगा और ना ही भारत का राज्य होगा.