आजकल एक चर्चा चारों तरफ बड़ी जोर से की जा रही है कि मुस्लिमों की आबादी भारत देश में हिन्दुओं की अपेक्षा अधिक तेजी से बढ़ रही है.
इस बात को लेकर कभी संघ के बड़े नेता तो कभी बीजेपी के बड़े धार्मिक नेता अपनी चिंता व्यक्त कर देते हैं. किन्तु सवाल यह है कि अगर मुस्लिमों की आबादी भारत देश में हिन्दुओं से अधिक हो भी गयी तो क्या कोई प्रलय आ जाएगी?
या हिन्दुओं पर कोई पहाड़ टूट पड़ेगा?
असल में जिस तरह से चिंता की जा रही है वह वाकई गंभीर लग रहा है.
आइये पढ़ते हैं कि क्या होगा अगर मुस्लिमों की आबादी बढ़ गई और क्या कह रहे हैं हिन्दू संस्थान-
2035 तक भारत में मुसलमानों की आबादी बढ़ कर 92.5 करोड़ हो जाएगी और हिन्दू आबादी सिर्फ 90.2 करोड़ तक ही पहुंच पाएगी. 2040 आते-आते हिन्दू त्योहार मनाए जाने बंद हो जाएंगे, बड़े पैमाने पर धर्मांतरण और गैर मुस्लिमों का नरसंहार होगा और 2050 तक पहुंचते-पहुंचते मुसलमान 189 करोड़ से भी ज्यादा हो जाएंगे और भारत एक मुस्लिम राष्ट्र हो जाएगा.
आप जब ऊपर दिए गये आंकड़ों को खोजने का प्रयास करेंगे तो आपको यह आंकड़े हजारों जगह मिल जायेंगे, किन्तु अब सवाल फिर वही है कि क्या जब भारत में मुसलमान ज्यादा हो जायेंगे तो क्या हिन्दुओं पर पहाड़ टूट पड़ेगा? लेकिन सच यह है कि हिदू यह सोचकर ही डर रहा है और उसकी रूह काँप जाती है.
असल में राजनैतिक लोग उठा रहे हैं फायदा
इस खबर को इस तरह से फैलाया जा रहा है कि अब इसको सुनकर हिन्दू डर रहे हैं और इसका फायदा चुनाव में राजनैतिक दल उठा रहे हैं. हिन्दू डरकर अपनी विचारधारा वाले लोगों की तरफ भाग रहा है और मुस्लिम खुश होकर अपने लोगों को वोट दे रहा है. लेकिन हिन्दू-मुस्लिम दोनों में से किसी का भी ध्यान अपने विकास पर नहीं हैं. डर का फायदा नेता लोग उठा रहे हैं, उल्टे-सीधे भाषण देकर बस लोगों से वोट ले रहे हैं नेता.
हिन्दू ज्यादा से ज्यादा बच्चे कैसे पैदा करें
हिन्दुओं को बार-बार बोला जा रहा है कि आप कम से कम 4 बच्चे पैदा करें. लेकिन इन बच्चों को कौन प्राइवेट स्कूल में पढ़ायेगा और इनकी बीमारी का खर्चा कौन देगा, यह बात कोई नहीं बोल रहा है. साथ ही साथ कोई भी मुस्लिमों को शिक्षित करने का काम नहीं कर रहा है ताकि यह लोग शिक्षित हो और तरक्की की तरफ ध्यान दें.
1961 में मुसलमान 10.7 प्रतिशत थे और हिंदू 83.4 प्रतिशत. 2001 में मुसलमान बढ़ कर 13.4 प्रतिशत हो गए और हिंदू घटकर 80.5 प्रतिशत ही रह गये. इसलिए ‘लीक’ रिपोर्ट के मुताबिक़ अगर मुसलमान बढ़कर 14.2 प्रतिशत हो गये हैं तो हिंदुओं की आबादी जरूर घटकर 80 प्रतिशत से नीचे जा सकती है.
(आंकड़े तहलका से साभार हैं)
यहाँ सबसे अच्छी बात यह है कि हिन्दू जब शिक्षित हुए तो उनकी आबादी कम हुई है और जनसँख्या पर लगाम लगी है लेकिन मुस्लिम अभी भी शिक्षित नहीं हैं और इनकी आबादी इसीलिए बढ़ रही है.
मुस्लिमों की आबादी – हिन्दू इसलिए डर रहा है
हिन्दू अगर मुस्लिमों की आबादी से डर रहा है तो वह इसीलिए डर रहा है क्योकि हिन्दुओं ने मुस्लिम शासकों के समय का दर्द झेला हुआ है. मुस्लिम भारत में आये और उन्होंने हिन्दू मंदिरों की तोड़ा था और साथ ही साथ आज के मुस्लिम नेता जो ब्यान देते हैं कि हिन्दुओं को काट दिया जायेगा, इसको लेकर हिन्दुओं में असली डर है. आज हिन्दू आबादी ज्यादा है तो हिन्दुओं ने तो मुस्लिमों को काटा नहीं है और अब मुस्लिमों ने जो अपनी छवि देश में बना रखी है उसको भी बदलने की आवश्यकता है.
मुस्लिम मदरसों से निकलें और बड़ी यूनिवर्सिटी में जाकर नाम कमायें, क्योकि जब मुस्लिम शिक्षित होगा तो उनकी पहचान भी बदलनी शुरू हो जाएगी और तब मुस्लिमों से विश्व का कोई भी धर्म नहीं डरेगा.