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टाटा मोटर्स अपने ड्रायवरो को कॉन्डम गिफ्ट कर रही है !

डीपर कॉन्डम

विश्व प्रख्यात कम्पनी ‘टाटा मोटर्स’ को कौन नहीं जानता.

इस कम्पनी के कर्ताधर्ता रतन टाटा को भी कौन नहीं मानता. रतन टाटा अपने स्टाइल के लिए जगभर में माने जाने जाते है. आजकल वे फिर चर्चा में है. लेकिन इस बार रतन टाटा एक अनोखी पहल के लिए सुखियों में है.

आप तो जानते है कि लाखो की तादाद में टाटा मोटर्स में ड्रायवर काम करते है, उन्ही की जागरूकता के लिए टाटा मोटर्स ने ये शानदार पहल खोजी है.

दरअसल ट्रको और ट्रांसपोर्ट की दुनिया में काम करने वाले ड्रायवरो की आधी से ज्यादा ज़िन्दगी सफ़र में गुजरती है. खाना-पीना, नहाना-धोना, सब कुछ रास्ते में आने वाले ढाबो पर ही होता है.

आपने सूना होगा कि हाइवे पर कई ऐसे ढाबे और जगहे है, जहां वेश्याएं अपने जिस्म का धंधा करती है.

ऐसे में महीनो घर से दूर काम करने वाले ड्रायवर अपने शरीर की भूख उन वेश्याओं के साथ ही मिटाते है, लेकिन कॉन्डम का इस्तमाल नहीं करते.

एक सर्वे के मुताबिक़ हाइवे की वेश्याओं के साथ संबंध बनाने वाले सिर्फ 12 % ड्रायवर ही कॉन्डम पहनते है, बाकि नहीं. कॉन्डम ना पहनने वाले ड्रायवरो में 16% ड्रायवर HIV और STD से ग्रस्त है. ज़िन्दगी और मौत से लड़ते हुए सरकारी अस्पताल में अपना इलाज करवा रहे है.

अपने ड्रायवरो के स्वास्थ और परिवार की चिंता करते हुए टाटा मोटर्स ने सभी को डीपर कॉन्डम देना शुरू किया है.

टाटा मोटर्स के वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक़, पिछले 2 हफ्ते में अभी तक 2 लाख से ज्यादा डीपर कॉन्डम बाटें जा चुके है.

केंद्र सरकार की मदद से टाटा मोटर्स ने इस कॉन्डम का नाम ‘डीपर’ रखा है.

ये डीपर कॉन्डम सिर्फ टाटा मोटर्स के ड्रायवरो को ही नहीं बाटा जा रहा बल्कि, हाइवे पर स्थित सभी पेट्रोलपंप, ढाबे, और टोल नाको पर बेचा भी जा रहा है.

तीन पैक वाले इस डीपर कॉन्डम के पैकेट की कीमत मात्र 2 रुपए रखी गई है. सबसे ज्यादा डीपर कॉन्डम मुंबई के वाशी, लुधियाना, लखनऊ, चेन्नई, राजस्थान जैसे राज्यों में बेचा जा रहा है.

टाटा मोटर्स की इस अनोखी पहल ने कई ज़िंदगियाँ बचा ली है. कई घर उजड़ने से रोक लिया है.

उनके इस जज्बे को सलाम..

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