रेड लाइट ऐरिया की चकाचौंध में न जाने कितनी औरतें अपने सपनों की कुर्बानी दे देती हैं.
आपको पता हो या ना पता हो लेकिन उनके भी कई अरमान होते हैं. किन्तु वह इन्हें ना तो किसी से कह सकती हैं और ना ही चाहकर पूरा कर पाती हैं.
हमारे समाज में आज भी वेश्याओं को निम्न दृष्टि से देखा जाता है, लेकिन दिन के उजाले में इनसे नफरत करने वाले रात के अंधेरे में अपनी भूख मिटाने के लिए इनके चौखट पर दस्तक देते हैं.
आज हम आपको बताने वाले हैं 10 ऐसी बातें जो वेश्याएं सोचती है –
बातें जो वेश्याएं सोचती है –
1 – काश मेरा भी परिवार होता
वेश्याएं एक तरह से समाज से अपने को कटा हुआ महसूस करती हैं. वह रात के अंधेरे में पता नहीं कितनों से अपने शरीर को जख्मी करवाती हैं, उस समय वह यही सोचती हैं कि काश मेरा भी परिवार होता, पति होता तो मैं इस तरह के दलदल वाली जिंदगी जीने पर मजबूर न होती.