हम घर में सजाने और पूजा करने के लिए कई तरह की मूर्तियाँ बिना सोचे समझे ले आते है.
वास्तु दोष और शास्त्रों के अनुसार घर में किसी भी तरह की मूर्ति लेकर नहीं आना चाहिए क्योकि घर में रखी इन मूर्तियों से कई तरह की समस्या और परेशानियाँ भी शुरू हो सकती है.
तो घर में पूजा या सजावट के लिए जब भी मूर्ति लायें तो इस तरह की मूर्ति कभी ना लाये और ना रखे.
तो आइये जानते है किस तरह की मूर्तियाँ नहीं रखनी चाहिए
टूटी हुई और खंडित मूर्तियाँ –
शास्त्रों और वास्तु के अनुसार घर में टूटी हुई और खंडित मूर्तियाँ नहीं रखनी चाहिए. इससे घर में वास्तु दोष पड़ता है. कई तरह की समस्याएँ पैदा हो सकती है, और घर में अशांति का वातावरण फैलने लगता है. इसलिए टूटी फूटी मुर्तिया घर में ना रखें.
जिस मूर्ति की आँखें बंद हो –
जिस मूर्ति की आँखें बंद हो उस मूर्ति को घर में नहीं रखना चाहिए, क्योकि शास्त्रों के अनुसार ऐसी मूर्ति या तो निद्राअवस्था में होती है या तप अवस्था में रहते है. ऐसी मूर्तियाँ के पूजा पाठ से उनके तप या निद्रा में बाधा आने से घर श्रपित हो जाता है और घर की सुख शांति खत्म होने लगती है. इसलिए ऐसी मूर्ति भी घर में ना रखें.
मूर्ति जिसका चेहरा उदास है –
उदास चेहरे वाली मूर्तियाँ भी घर में नहीं रखनी चाहिए. उदास चेहरे से घर में उदासी और मायूस माहौल बनता है. घर में हमेशा दुःख का वातावरण रहता है. मायूसी के कारण घर का हर सदस्य परेशान रहता है. अतः उदास चेहरे की मूर्ति घर से दूर रखें.
जिस मूर्ति के चेहरे पर क्रोधित भाव है –
क्रोधित भाव वाली मूर्तियाँ से घर में क्रोध और लड़ाई का माहौल बनता है. घर में हर बात पर लड़ाई और तनाव की स्थिति उत्पन्न होने लगती है. इसलिए घर में क्रोधित भाव वाले भगवान की मूर्ति कभी नहीं रखनी चाहिए.
आपके घर में ऐसी कोई गलती से ले आयें है, तो उसको तुरंत जल में प्रवाह कर दें और भगवान की शांत हंसमुख और कृपा बरसाने वाली मूर्ति लाकर स्थापित करे, ताकि घर का मौहल और आपका जीवन सुखमय और मंगलमय बीते.