आतंक का दुसरा नाम ISIS!
एक ऐसा आतंकी संगठन जो अत्याघुनिक, स्पेशलाईज नेटवर्किंग के जरिए अपनी रिक्रूटमेंट के साथ साथ इस्लामिक स्टेट पहुचने के लिए पुरा रुट मैप और लाजिस्टिक सपोर्ट तैयार करता है.
और अब विश्व के इस सबसे खतरनाक आतकी संगठन ISIS ने एक ऐसे प्रोपोगेन्डा का खाका तैय्यार किया है, जो पैरों तले जमीन खीच ले. ISIS के आतंकियों के लिए एक ऐसी ISIS की आनलाईन शापिंग साईट शुरू हुई है, जिसकी डिलीवरी होती हौ आंतकियों के बेस कैम्प में…
जी हाँ जो आप ने पढा और समझा है, वो सच है – ISIS की आनलाईन शापिंग !
आम लोगों की तरह ही अब ISIS के आतंकी और फाईटर्स, आनलाईन शापिंग करेंगे और होम डिलीवरी भी लेंगे और वो भी 45 से 50 परसेन्ट के डिस्काउँट पर. ये ISIS का वो प्रोपोगेन्डा है जो आज तक किसी आतंकी संगठन ने नही अपनाया था. आतंकी संगठन ISIS ने इस आनलाईन शापिंग को नाम दिया है… iskart.com – वैसे वो अभी बंद हो चुकी है.
आखिर ISIS अपने आतंकियों को कौन सा सामान ISIS की आनलाईन शापिंग के जरिए अपने आतंक के कैम्प में मंगा सकते हैं.
साउथ कोरिया की दुनिया की दुसरी सबसे बडी मैनिफैक्चरिंग कम्पनी किया मोटर्स की कार, जिसकी कीमत आम लोगों के लिए 4 हजार 700 डालर है लेकिन ISIS के लडाकों के लिए इस कार को 50 परसेन्ट के डिस्काउंट पर 2 हजार 350 डालर पर बेची जाएगी.
उसी तरह से जो इराकी लडाके मोटर बाईक चाहते हैं वो बाईक भी उन्हे 50 परसेन्ट डिस्काउँट पर मिलेगी. बाजार में आम लोगों के लिए इस बाईक की कीमत 186 डालर होगी लेकिन ISIS के लडाकों को ये बाईक 93 डालर की कीमत पर मिलेगी.
ISIS के ल़डाके एल.ई.डी टीवी खरीदना चाहें तो 143 डालर का ये टीवी उन्हे 49. 65 के डिस्काउँट पर 72 डालर पर मिल जाएगा.
सबसे बडा जनरेटर अगर इराक सिरिया का कोई शख्स खरीदना चाहे तो उसे वो जनरेटर 714 डालर के भाव के हिसाब से मिलेगा लेकिन अगर खरीदनेवाला ISIS का आतंकी है या फिर फाईटर है तो आनलाईन शापिंग पर 50 परसेन्ट डिस्काउँट के साथ उसे ये जनरेटर 357 डालर की कीमत पर मिलेगा.
इराकी लडाके अगर टेबल और चेयर खरीदना चाहें तो 34 डालर का टेबल चेयर भी उन्हे 50 परसेन्ट डिस्काउँट पर 17 डालर पर मिलेगा…
तो इस तरह से होती है – ISIS की आनलाईन शापिंग !
आतंकी संगठन ISIS के इस आनलाईन शापिंग पोटर्ल पर साफ कहा है कि ये आनलाईन शापिंग टेरर आउटफिट के आतंकियों के लिए है जिसमें उन्हे अपनी जरुरत का सामान आघी किमत पर मिल जाएगा.
इस आनलाईन शापिंग के वेब पोर्टल पर ये भी बताया गया है कि इराक में लडाकों ने कई जगह पर अपने युद्घ के लुट का कार्यालय तैय्यार किया हैं….ये वो बेस हैं जहाँ आई.एस. के लडाके युदघ में जो लुटपाट का सामान लाते हैं और बदले में उन्हे इनाम के तौर पर लुटपाट के सामान का पाँचवा हिस्सा डालर में मिलता है और उसी कमाई के हिस्से से लडाके ये आनलाईन शापिंग कर सकते हैं लेकिन आनलाईन शापिंग करते समय इन लडाकों को वो रसीद दिखानी पडेगी, जो इन्हे लुट के सामान के पाँचवे हिस्से को बख्शीश के तौर पर दी गई हो.
यानि जितनी बडी लुट, उतना बडा हिस्सा और उतनी ही बडी शापिंग, जिसमें जेहादी अर्थव्यवस्था के लिए ये आनलाईन शापिंग का कारोबार एक लघु उदयोग के तौर पर चलता है.
इससे पहले ISIS की आनलाईन शापिंग होती थी – ISIS कई टी.शर्ट, घडियाँ, लाकेट, ब्लैंकेट, शुट से लेकर डेबीक नाम की अपनी मंथली मैग्जीन तक आनलाईन शापिंग के जरिए विश्वभर में बेचता रहा. लेकिन जाँच एजन्सियों की सख्ती और आनलाईन सामान सेल करनेवाली कम्पनियों व्दारा एहतियात के बाद कमजोर पडे ISIS के मिडिया सेल ने अब अपने ही आतंकियों को सैलरी और बख्शीश के तौर पर दिए गए पैसे उनकी जरुरत की चीजे आनलाईन शापिंग के जरिए वसुलने का प्रोपोगेन्डा कर रही है.
जाँच एजन्सियों के मुताबिक ये वो प्रोपोगेन्डा है जिसमें नौजवानों को बरगलाने के साथ साथ ISIS ये जताने की कोशिश में जुटा है कि इस्लामिक स्टेट में एक आतंकी एक आम नागरिक की तरह रहता है.