एमेझोन एक अमेरिकी इलेक्ट्रॉनिक वाणिज्य और कंपनी है जिसने अपनी निम्न सोच का परिचय दिया.
जहाँ अमेरीका अपने आपको दुनिया के शिक्षित और अनुशासित देश समझता है वही वहां के रहने वाले व्यपारियों को सही गलत की समझ नहीं .
एमेझोन जिस तरह से हिन्दू मुस्लिम की धार्मिक आस्था का मजाक बना रहा है उसके लिए इस कंपनी की जितनी निंदा की जाए कम होगी.
किसी धर्म को मानो या ना मानो लेकिन हर धर्म की इज्ज़त करनी आनी चाहिए.
अमेरिकन भले ही खुद को अनुशासित और उच्च शिक्षित कहे लेकिन उनकी यह हरकत कही ना कही सारे अमेरिकन को शर्मसार कर रही है.
हिन्दू आस्था को चोट करते हुए एमेझोन कंपनी ने जिस तरह पैर पोच्छ्नी में माता लक्ष्मी और गणेश जी के चित्र बनाकर बेच रहे हैं. हर हिन्दू की आस्था का अपमान कर रहे है.
इतना ही नहीं एमेझोन कंपनी ने मुस्लिम धर्म की आस्था का भी मज़ाक उड़ाते हुए उनके कुरान का चित्र भी पोच्छ्नी में इंगित किया.
एक अमेरिकन कंपनी ने जो हरकत की है उससे तो यही पता चलता है कि अमेरिकन सिर्फ भाषा ज्ञानी है या पढेलिखे मुर्ख है. क्योकि एक शिक्षित और समझदार इंसान चाहे किसी धर्म का हो, दुसरे इंसान की भावनाओं को आहात करता है तो वह इंसान की श्रेणी से नीचे गिर जाता है.
उनको को जो करना था, उसने कर दिया. अब भारतियों की बारी है. अमाजोन के किये का मुह तोड़ जवाब देना चाहिए और एमेझोन का बहिस्कार हर भारतीय को करना चाहिए, चाहे वो हिन्दू हो या मुश्लिम, ताकि कोई भी कंपनी अपने उत्पाद के आड़ में किसी भी धर्म का मज़ाक ना उदा सके.
हर भारतीय को एमेझोन का बहिष्कार कर, भारत में ऊनकी साईट बंद करवाके करारा जावाब देना ही चाहिए.