राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, देश का एक वर्ग इस संगठन को हिंदूवादी घोषित कर देता है.
लेकिन वह यह सच नहीं बताता है कि इसी संघ ने कई बार देश की आन-बान-शान की रक्षा की है. आज बेशक संघ के कुछ लोग कट्टर पैदा हो रहे हैं किन्तु एक समय में संस्कारी लोगों का यह संगठन हुआ करता था.
उस समय में देश के कुछ दुश्मन लोगों ने भारत को बेचने की पूरी तैयारी कर ली थी. किन्तु इसी संघ ने समय-समय पर भारत, जिसे वह माँ मानता है, उस देश के लिए अपनी जान तक दी हैं.
लेकिन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की गलतियाँ हैं. इस संघ से कांग्रेस एक समय इतना डर गयी थी कि उसने इसपर बैन लगा दिया था. आज हम आपको संघ की उन्हीं गलतियों से वाकिफ कराने वाले हैं जिनके कारण यह गांधी परिवार देश को लुटने में सफल रहा है.
आइये पढ़ते हैं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की गलतियाँ –
1. चीन से हार का सच जनता तक नहीं पंहुचा पाए
अगर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, चीन से हुई देश की हार का पूरा सच जनता तक पहुंचा देती तो इस मुद्दे पर जवाहर लाल नेहरू को जनता सत्ता से हटा सकती थी. जिस तरह से नेहरू ने देश का एक हिस्सा चीन को कब्जा करने दिया था, इस मुद्दे पर जनता कांग्रेस का खात्मा का सकती थी.
2. बोफोर्स घोटाला
राजीव गांधी सरकार के रहते हुए सेना की तोपों की खरीद का एक घोटाला हुआ था. इस भ्रष्टाचार को बोफोर्स घोटाले के नाम से जाना जाता है. आज भी देश की आधे से ज्यादा जनता इनके बारे में नहीं जानती है. अगर नागपुर से संघ इस मुद्दे को तभी जनता के सामने बेहतर रूप में ले आते तो तभी जनता कांग्रेस को उसका रास्ता दिखा सकती थी. (अपने अगले लेख में हम बोफोर्स का जिक्र करेंगे.)
3. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की सबसे बड़ी गलती
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की सबसे बड़ी गलती यह रही है कि जब हम सत्ता में आयेंगे तब क्या अनोखा करेंगे, यह किसी ने तय नहीं किया. सन 90 के दौर में यह बात थिंक टैंक के.एन.गोविन्दाचार्य ने सबके सामने रखी थी. उन्होंने बोला था कि अगर हमको कांग्रेस से अलग और बेहतर करना है तो यह तय कीजिये कि हम क्या-क्या करेंगे. अब आप ही देखिये संघ और बीजेपी को मौके मिले हैं किन्तु कई मौकों पर वह जनता को निराश कर रही है. क्या करना है, यह तय नहीं हुआ. इस कारण से ही आज भी कांग्रेस सत्ता में आने पर खुलकर घोटाले करती है.
4. कश्मीर की बर्बादी का सच जनता तक नहीं आया
कश्मीर की तक़दीर में गोलियां नहीं थी. स्वर्ग जैसा राज्य आज नफरत का घर बना हुआ है तो इसके पीछे यह गांधी परिवार ही है. जो बीज नेहरू ने बोया था, आज उस कटीले पेड़ को हम झेल रहे हैं.
5. वर्तमान में हो रही गलती
हाल ही की बड़ी गलतियों में से संघ की मुख्य गलती अब यह है कि वर्तमान में संघ का स्वरूप ही बदल गया है. कार्यकर्ताओं की हमको कोई जरूरत नहीं है, ऐसा संघ में भी आता जा रहा है. कांग्रेस जो हमेशा से अमीरों की पार्टी रही है, अब संघ भी उसी राह पर है. यही कारण है कि अधिक से अधिक लोग संघ से नहीं जुड़ पाए है, अन्यथा कांग्रेस को वोट देने वाला ही कोई नहीं बचता. पहले संघ में कार्यकर्ता सबसे आगे होता था, नेता लोग पैदल गाँव-गाँव की यात्रा करते थे. अब नेता आगे, कार्यकर्ता पीछे और नेता गाड़ी में जनता पैदल. जब ऐसा हुआ तो जनता को कांग्रेस और संघ में अंतर नहीं दिखा.
अब आप अंतिम लोकसभा चुनावों में देखें तो इसी नेता और कार्यकर्ता के फासले को मोदी-अमित शाह की जोड़ी ने खत्म कर दिया था और नतीजा देखिये कांग्रेस-गांधी परिवार का एक तरह से खात्मा ही हो गया है.
तो अभी भी अगर वक़्त रहते, कुछ बातों पर काम किया जाए तो अगले आम चुनावों तक देश से कांग्रेस का नामोनिशान मिट सकता है.
सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि जनता-कार्यकर्ता ही भगवान है ऐसा सिद्ध कर देश को दिखाया जाये.