ट्वेंटी-20 विश्वकप के अपने अगले मुकाबले में भारत सेमीफाइनल के अन्दर वेस्टइंडीज के साथ खेलने वाला है.
क्रिकेट प्रेमियों के लिए यह एक बड़ा मुकाबला है और सभी भारतीय चाह रहे हैं कि भारत वेस्टइंडीज को हराकर फाइनल में अपनी जगह निश्चित करे.
लेकिन इस विश्व की टॉप टीमों में से एक टीम वेस्टइंडीज ही है.
अपने ग्रुप मुकाबलों में इस टीम ने यह बात सिद्ध भी की है. वेस्टइंडीज ने बेशक अफगानिस्तान के साथ अपना मैच हारा था लेकिन उस मैच में इतने प्रयोग किये गये थे कि टीम जैसे एक सामान्य मैच खेल रह हो.
तो अब देखते हैं कि भारत को मैच जीतने के लिए क्या करना होगा और अगर ऐसा नहीं हुआ तो वेस्टइंडीज आसानी से यह मैच जीत जाएगी-
1. ओपनिंग जोड़ी को अच्छा खेलना होगा
पूरे विश्व कप में एक भी बार ओपनिंग जोड़ी ने टीम को जीत नहीं दिलाई है. रोहित शर्मा और शिखर धवन दोनों ही जैसे आउट ऑफ़ फॉर्म हैं. लेकिन अगर अब दोनों इस मैच में भी नहीं चलते हैं तो टीम का जीतना मुश्किल हो जायेगा. मुंबई की पिच हाई स्कोरिंग रन वाली होगी और वहां ओपनिंग जोड़ी मैच का रुख तय कर सकती है.
2. अजिंक्य रहाणे को टीम में नहीं लिया तो
अजिंक्य रहाणे का रिकॉर्ड मुंबई के ग्राउंडपर काफी अच्छा रहा है. आईपीएल के समय इस खिलाड़ी ने मुंबई के अन्दर काफी रन बना रखे हैं. अभी शिखर धवन और सुरेश रैना दोनों ही बल्लेबाज फॉर्म में नहीं हैं तो ऐसे में रहाणे को नहीं खिलाकर टीम गलती कर रही हैं.
3. बुमराह और अश्विन दोनों का चलना जरुरी है
जसप्रीत बुमराह और रविचन्द्र अश्विन दोनों ही गेंदबाज पिछले मैच के अन्दर अच्छी गेंदबाजी नहीं करा पाए थे. इसी का असर था कि आस्ट्रेलिया आराम से 160 तक पहुँच गया था.अब अगर दोनों ही यह गेंदबाज नहीं चले तो यह पिच 200 रन बनाने वाली है. तब भारतीय टीम को मैच जीतने में मुश्किल हो सकती है.
4. युवराज नहीं रहे तो
अभी मध्यक्रम में युवराज टीम को काफी सपोर्ट करते आ रहे हैं. पिछले मैच में बेशक वह चोटिल हो गये थे लेकिन फिर भी मैदान पर रूककर उन्होंने टीम को सपोर्ट दिया था. युवराज की सबसे बड़ी बात यह रही थी कि उन्होंने गेदें ज्यादा बर्बाद नहीं की थी.
5. कोहली का चलना जरूरी है
विराट कोहली अगर मैच में 50 का आंकड़ा बनाते हैं तो टीम के जीतने के चांस बढ़ जाते हैं तो इस लिहाज से वेस्टइंडीज की नजर अभी सिर्फ और सिर्फ विराट कोहली पर लगी हुई रहेगी.
तो अगर टीम इंडिया को मैच जीतकर फाइनल में जगह बनानी है तो अपनी पिछली गलतियों को जड़ से खत्मकर ही मैदान पर उतरना चाहिए.