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लड़कियों के 5 दोष जो उनको कहीं का नहीं छोड़ते ! OMG क्या आपकी गर्लफ्रेंड भी ऐसी ही है?

Flows In The Girls

अब आप बेशक लड़कियों और महिलाओं की स्वतंत्रता की बात करते हों लेकिन शास्त्रों में जो लिखा गया है उसके अनुसार लड़कियों एवं महिलाओं के अन्दर कुछ बातें ऐसी हैं जो बिलकुल नहीं होनी चाहिए.

मनु स्मृति की बातें बहुत ही कम लोग करते हैं और मनु स्मृति को पढ़ने वाले लोगों की संख्या भी कम ही है.

लेकिन मनु महाराज ने जो लिखा है वह आज के समय में एक दम सही सिद्ध होता प्रतीत हो रहा है. इसी तरह से मनु महाराज ने लड़कियों के अन्दर कुछ दोष बताये हैं जिनसे इनको बचना चाहिए लेकिन इसमें से सभी दोष आज की अधिकतर लड़कियों में पाए जा रहे हैं.

तो आइये जानते हैं उन दोषों को जो नहीं होने चाहिए लड़कियों और महिलाओं मैं-

1.   मदिरा पीना

लड़कियों को महिलाओं के लिए मदिरा पान मना किया गया है. मनु जी लिखते हैं कि लड़की व महिलायें आगे नई पीढ़ियों को जन्म देती हैं तो अगर वह मदिरा पान करेगी तो आने वाली पीढ़ी भी ऐसा ही करेगी. साथ ही साथ मदिरा के बाद कोई भी दुष्ट इनका उपयोग कर सकता है इसलिए इनको ऐसा नहीं करना चाहिए.

2.   दुष्टों का साथ

कभी भी भूलकर किसी भी लड़की को दुष्ट लोगों का साथ नहीं करना चाहिए. इस तरह के लोग कभी न कभी  मौका पाकर किसी का भी गलत उपयोग करते हैं और इनके साथ रहने वाला भी गलत रास्ते पर हो लेता है.

3.   पति का वियोग

पति से दूर रहना या उसके साथ विश्वासघात करना महिलाओं का सबसे बड़ा दोष बताया जाता है. वैसे भी बोला जाता है कि पति से ज्यादा दिन दूर रहने वाली स्त्री का मन बहुत जल्दी विचलित हो सकता है.

4.   दूसरों के घरों में रहना

किसी भी लड़की या स्त्री को बहुत ज्यादा दिनों तक दूसरों के घरों में नहीं रहना चाहिए. बहुत अधिक दिनों तक किसी और के यहाँ रहने से गलत निगाहों का असर मन पर होने लगता है और स्त्री पर छोटा सा भी आरोप नुकसानदायक ही होता है.

5.   कुसमय में सोना

सभी लोगों के लिए सोने और उठने का तो गणित आप जानते ही होंगे. शास्त्र वैसे तो सलाह देते हैं कि सभी को सही समय पर सोना और उठना चाहिए लेकिन लड़कियों और महिलाओं को इस बात का ध्यान जरूर रखना चाहिए. स्त्री लक्ष्मी का रूप होती है और एक स्त्री ही परिवार बनाती और बिगाड़ सकती है.

तो अब यह आसान सी कुछ बातें हैं जिनको सकारात्मक रूप से देखकर अगर कोई खुद से इनको दूर रखता है तो इससे किसी और का नहीं बल्कि उसका अपना ही लाभ होगा.  अच्छा मन ही अच्छे जीवन का आधार बताया जाता है.

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