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हाँ, नरेन्द्र मोदी पाकिस्तान में मिले थे अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम से

modi dawood

इस बात को अभी तक लोग हल्की आवाज़ के साथ ही बोल रहे थे कि मुंबई बम ब्लास्ट का मास्टरमाइंड दाऊद इब्राहिम भी मेहरुन्निसा की शादी में शरीक हुआ था.

यहाँ बताते चलें कि मेहरुन्निसा पाकिस्तान के पीएम नवाज शरीफ की नातिन है.  जिसका अभी हाल ही में  निकाह हुआ है.

अब आप बोलेंगे कि इस निकाह से हमारा क्या ताल्लुक, माननीय प्रधानमंत्री जी का क्या ताल्लुक.

तो बात तो सच है. हम यूँ ही किसी पर आरोप नहीं लगाना चाहते हैं और ना ही ऐसा हम कर सकते हैं. लेकिन ज्ञात हो कि कुछ समय पहले देश की प्रधानमंत्री अचानक ही पाकिस्तान पहुँच गये थे. और वह भी एक शादी का ही कार्यक्रम था.

जी हाँ, अब आप सही जा रहे हैं. यह वही शादी थी, मेहरुन्निसा की. तो इसी शादी से यह भी ख़बरें आईं थीं कि यहाँ अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम मौजूद था. लेकिन हम आज भी यकीन नहीं कर सकते हैं कि प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी जी की मुलाकात दाऊद से हुई होगी. यह बात यहीं खत्म हो जानी चाहिए.

लेकिन… लेकिन क्या?
लेकिन उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री आजम खान ने कुछ कहा है. यह बात जो इन्होनें बोली है अगर वह सच है तो अब साबित करें और अगर वह साबित ना कर सकें तो क्या देश के कानून को आजम खान को फांसी दे देनी चाहिए? देश की जनता के साथ सभी लोग खिलवाड़ कर रहे हैं. आजम ने यह विवादित बयान देते हुए दावा किया है कि उनके पास इस बात (मोदी और दाऊद की मुलाकात) के सबूत है.

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक गाजीपुर में एक कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे आजम खान ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि उनके पास मोदी और दाऊद की मुलाकात के पूरे सबूत है. हाँ, नरेन्द्र मोदी पाकिस्तान में मिले थे अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम से यह बात सच है. उनका कहना है शरीफ और मोदी की जिस कमरे में मुलाकात हुई उसमें दाऊद भी कमरे में मौजूद था. मेरे पास इस बात के सबूत है.

सबूत में क्या हो सकता है?
सबूत में निश्चित तौर पर कुछ फोटो हो सकते हैं. क्योकि इस बात का अंदाजा खुद ही लगाओ कि जिस कमरे में मोदी, नवाज और दाऊद हों, वहां की मोबाइल से क्लिप तो बना रहा नहीं होगा. ना ही कोई मीडिया का बंदा यहाँ हो सकता है. तो इस मुलाकात का बस फोटो ही हो सकता है.

वैसे अगर यह फोटो है तो क्या यह नहीं हो सकता है कि एडिटिंग के जरिये ऐसा किया गया हो.

ब्लैकमेल तो नहीं हो रहे प्रधानमंत्री जी?
ऐसा भी निश्चित है कि प्रधानमंत्री जी को खबर भी ना हो कि वहां दाऊद हो सकता है. अब दाऊद को मात्र देखकर उसको पकड़ भी नहीं सकते थे प्रधानमत्री. अब उत्तर प्रदेश चुनाव में प्रधानमंत्री जी को ब्लैकमेल करने की यह एक चाल भी हो सकती है.

लेकिन अगर आजम खान पर किसी तरह का कोई सबूत है तो यह सबूत जल्द से जल्द सामने लाना चाहिए. अन्यथा देश को समझ लेना चाहिए कि आजम खान मात्र एक सियासी खेल, खेल रहे हैं.

वह मात्र मीडिया के सामने आने के लिए ऐसा करते हैं.

तब तक हमें अपने देश के प्रधानमंत्री जी पर गर्व होना चाहिए.